रंजो गम का ये मंजर नया तो नहीं,
ऐसे हालात, तुम ने सहे हैं बहुत,
अनुभवों की ज़रा पोटली खोल तो,
दर्द, गम के किले, खुद ढहे है बहुत,
वक़्त आया बुरा, खुद चला जायेगा,
क्यूँ उदासी के दलदल में धंस जाइये?
आइये, देखिये, सीखिये यह कला, गौर फरमाइये -
अपने आत्मविश्वास से परिचित करवाइये!
दम मुस्कराहट का दुनियां को दिखलाइये!!
मेरा अनुभव है ये, देख आंसू तेरे,
तेरे अपने भी तुझपर हँसेंगे बहुत,
जग का अब ये निराला दस्तूर है,
टांग खींचने वाले ही मिलेंगे बहुत,
तेरी खुशियां हैं, जहर जिनके लिए,
उन्हें विष मुस्कराहट का पिलवाइये।
आइये, देखिये, सीखिये यह कला, गौर फरमाइये -
अपने आत्मविश्वास से परिचित करवाइये!
दम मुस्कराहट का दुनियां को दिखलाइये!!
जिन्दगी तू मिटा दे किसी के लिए,
तेरी अच्छाई की, अहमियत कुछ नहीं,
सारे मौका परस्ती में मशगूल हैं,
आज इन्सान में, इंसानियत कुछ नहीं,
अपने दम, हौसलों पर भरोसा तो कर,
मुश्किलों को जरा खुल के ठुकराइये।
आइये, देखिये, सीखिये यह कला, गौर फरमाइये -
अपने आत्मविश्वास से परिचित करवाइये!
दम मुस्कराहट का दुनियां को दिखलाइये!!
दुख ये सारा, खुशी में बदल जायेगा,
मुस्कुराने की आदत जो अपनाइये,
व्यर्थ आंसू बहाने से होगा न कुछ,
धैर्य रखिए, ना बिल्कुल भी घबराइये।
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