इच्छा मृत्यु के प्रावधानों को, व्यापक, आसान कराया जाये,
दुख दर्द में जीने वालों को भी, हक़ कानूनी दिलवाया जाये।
औ’ मौत चाहने वालों को भी, इसमें शामिल करवाया जाये।।
इच्छा मृत्यु के प्रावधानों को, व्यापक, आसान कराया जाये …
हक़ है हर जीने वाले का, जब तक खुशियां, सुख से जी ले,
आँखेंमूंदे दवा विषैली, कोई, कैसे, कबतक, पलपल पी ले?
सब व्यथित, दुखी संग मेरे आओ, यह अभियान चलाया जाये।
इच्छा मृत्यु के प्रावधानों को, व्यापक, आसान कराया जाये …
अब बढे प्रदूषण के रोगों का, स्थायी समाधान सोचा जाये,
गिरते एयर क्वालिटी के स्तर को, बस जल्दी से रोका जाये,
क्यों खून, पसीने से अर्जित धन, डॉक्टरों को सौंपा जाये ?
इच्छा मृत्यु के प्रावधानों को, व्यापक, आसान कराया जाये …
भगवान मानते हो तुम जिनको, वह दैत्यरूप धारण कर बैठे,
अब तुम्हीं बताओ इन शैतानों पर, कोई विश्वास करे तो कैसे?
वेंटीलेटर में लाश रखे हैं, ताकि अस्पताल का बिल बढ़ जाये।
इच्छा मृत्यु के प्रावधानों को, व्यापक, आसान कराया जाये …
कमजोर, दुखी बहु लोग यहाँ, दुख से डर, आत्महत्या करते,
अगर वो आत्महत्या न करते, तो भूखे, प्यासे, परिवारी मरते,
खुद्दारों ने सोचा होगा, कम से कम, स्वपरिवार बचाया जाये।
इच्छा मृत्यु के प्रावधानों को, व्यापक, आसान कराया जाये …
पिछले कुछ वर्षों का डाटा, आत्महत्या का चलो जुटायें,
लाभ हानि का सच्चा चिट्ठा, पी आई एल संग जमा करायें,
जनहित, देशहित में ये जल्दी, हक़, अधिकार दिलाया जाये।
इच्छा मृत्यु के प्रावधानों को, व्यापक, आसान कराया जाये…
अर्थ व्यवस्था का क्या प्रतिशत, दवा, डॉक्टर,अस्पताल पर,
किसने, कैसे, कितना जीना, जब सब कुछ निर्भर ईश्वर पर,
टैक्स का पैसा मरने वालों पर, फिर क्यों व्यर्थ लुटाया जाये?
इच्छा मृत्यु के प्रावधानों को, व्यापक, आसान कराया जाये,
दुख दर्द में जीने वालों को भी, हक़ कानूनी दिलवाया जाये।
औ’ मौत चाहने वालों को भी, इसमें शामिल करवाया जाये।।
इच्छा मृत्यु के प्रावधानों को, व्यापक, आसान कराया जाये …