Photo by Paige Thompson: pexels

यह जो अपना पृथ्वी ग्रह है, ज्ञात इसी पर जीवन, जल है,
हर जीवन के केंद्र बिन्दु में, केवल जल है, केवल जल है !
जीवन का आधार ही जल है !!

सृष्टि के हर प्राणी, पौधों की, उत्पत्ति का कारक, जल है,
मोहक गन्ध, सृष्टि विविधता, इन सबका आधार ये जल है .
“ग्रीन हाउस” गैसों का मिश्रण, जीवन के अनुकूल बनाता,
हर अवयव में सधा सन्तुलन, जग में सह अस्तित्व सजाता,
पोषण, जल, 'ओ टू ' बिन, क्षणिक है जीवन, मृत्यु अटल है !
जीवन का आधार ही जल है !!

('ओ टू ' = प्राण वायु, ऑक्सीजन गैस जिसका केमिकल फार्मूला ‘ओ2’ है )

हिम मण्डित कहीं पर्वत हैं तो, कहीं दूर तक ही मरुथल है,
कहीं हैं झरने,नदियों के स्वर, मुग्ध करे जिनकी कलकल है,
सुरभित सुन्दर वन, सागर में, व्याप्त बड़ी मोहक हलचल है,
जीव जन्तुओं के स्वर, करतव से, होता आनन्दित पलपल है,
स्वर्ग से ज्यादा सुन्दर, प्यारा, धरती माँ का ये आँचल है !
जीवन का आधार ही जल है !!

होता सूर्य ऊर्जा से, सृष्टि का, स्वतः नियन्त्रण, स्व संचालन,
है 'ऐल्टीट्यूड', वायु दाव, ताप से, सहअस्तित्व औ’ संतुलन,
हर अवयव के चक्र सधे हैं, कक्षीय गति करे ऋतु परिवर्तन,
सूर्योदय, सूर्यास्त, रात, दिन, निर्धारित करता अक्षीय घूर्णन,
गर बिगड़े अस्तित्व, संतुलन, तुरन्त साधता सूर्य प्रबल है !
जीवन का आधार ही जल है !!

पृथ्वी, सृष्टि को संरक्षित रखना, कृत्य यही सर्वोपरि इस का,
हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं, जो करता, वही कोप झेलता इसका,
अति होने पर यही प्रकृति तुमको, समझाती है, धमकाती है,
फिरभी तुम यदि नहीं सुधरते, तो रूप भयंकर दिखलाती है,
कोविड, चक्रवात, सुनामी, इसके कुपित रूप का फल है !
जीवन का आधार ही जल है !!

पृथ्वी ग्रह पर, सूर्यदेवता, पृथ्वी माँ ने, ये मोहक संसार रचा है,
हर अवयव को पोषण मिलता, और सब का अस्तित्व बचा है,
सब की आवश्यकतायें, पूरी करने की, सृष्टि में पूरी क्षमता है,
पर मानव के लालच से ही, सारी दुनिया में कोहराम मचा है,
मिटते जंगल, 'ग्लोबल वार्मिंग', अपने दुष्कर्मों का ही फल है !
जीवन का आधार ही जल है !!

आवश्यकता भर 'यूज' करो, जल, अन्य सभी पृथ्वी संसाधन,
सीमित जल उपयोग करो, करिये वर्षाजल का भू भण्डारण,
जैसे भी हो, इस क्षण से ही, बन्द करो यहाँ, कार्बन उत्सर्जन,
सुनिश्चित करें, सृष्टि के हर अवयव में, सहअस्तित्व, संरक्षण,
बन्धु ! देर करो मत वरना, महाप्रलय का अगला पल है !
जीवन का आधार ही जल है !!

सड़ने, गलने वाली चीजें, सड़ने दो, तुम इन्हें न कभी जलाना,
मुहिम चला कर, हर व्यक्ति ने, कम से कम दस पेड़ लगाना,
'रीसायकल', 'रिडूस', 'री यूज़', का महत्व, सब को समझाना,
सभी प्रदूषण रोकना ही होगा, यदि है अपना अस्तित्व बचाना,
मूलमन्त्र यह सब अपना लें, तभी सुरक्षित अपना कल है !
जीवन का आधार ही जल है !!

जीओ और जीने दो सबको, सिद्धांत यही निश्चित अपनाओ,.
पृथ्वी, सृष्टि, हर अवयव का, मिल कर सहअस्तित्व बढ़ाओ,
हर सुविधा, सम्पन्न धरा यह, हम सब का प्राकृतिक गृह है,
‘यहाँ प्राकृतिक ढंग से ही जीओ’, सबसे मेरा यह आग्रह है !
परमाणु युद्ध के खड़े मुहाने, महाप्रलय का डर, हर पल है !
जीवन का आधार ही जल है !!

“विश्व प्रदूषण मुक्त बनाने”, आयोजित ‘बसुधा उत्सव’ है,
सब का ही सहयोग जुटाओ, आज यहाँ “पृथ्वी दिवस” है,
"हम सभी प्रदूषण दूर करेंगे", संकल्प यही लेने का पल है !

यह जो अपना पृथ्वी ग्रह है, ज्ञात इसी पर जीवन, जल है,
हर जीवन के केंद्र बिन्दु में, केवल जल है, केवल जल है !
जीवन का आधार ही जल है !!

.    .    .

Discus