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क्यूँ …….?
यदि तुम पुन्य नहीं कर सकते, क्यूँ तुम पाप किया करते हो?
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?

क्या कन्या के लिए नारि का, गर्भाशय छोटा पड जाता?
जिसके कारण, कन्या भ्रूण, माँ को एक बोझा बन जाता।
जो तज मातृत्व, गर्भपात का, निर्णय आप लिया करते हो।
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?

भ्रूण में कन्या हत्या हेतु, क्यूँ नारी सहयोग कर रही?
पूर्ण नियोजित ढंग से अपने, खूं से ही खुद हाथ रंग रही।
नारी मन की कोमलता को, कैसे मार दिया करते हो?
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?

कैसे माँ ममता को तज कर, पापों में रहती सहभागी?
पूर्ण नियोजित ढंग से बनती, कन्या भ्रूणों की हत्यारी,
नारी मन के मातृत्व भाव को, कैसे मार दिया करते हो?
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?

क्यूँ कोई नहीं चाहता उस के, घर में कोई बेटी जन्मे,
और दहेज़ संचित करने की, दुश्चिंता के अंकुर पनपे?
क्या दहेज़ दानव के डर से, हत्या आप किया करते हो?
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?

सूझ बूझ बिन अगली पीढ़ी, आप और हम बना रहे हैं,
कन्यादान बहुत हो चुका, अब कन्या हत्या करा रहे हैं,
यदि तुम जन्म नहीं दे सकते, क्यूँ संसर्ग किया करते हो?
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?

आने वाले कल समाज में, ढूंढे लड़की नहीं मिलेगी,
सोचो अपने इन बेटों को, और कहाँ से बहू मिलेगी?
आयातित पत्नी से सुख की, क्यूँ तुम आस किया करते हो?
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?

क्या निश्चित आयातित नारी, सावित्री बन कर रह पाए?
क्या गारंटी पांचाली से, कुछ पग आगे ना बढ़ जाये?
बहु पतित्व को क्या तुम मन से, ही स्वीकार किया करते हो?
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?

पति के प्रति कर्तव्य बोध से, क्या परिचित वह नारी होगी,
भारतीय पत्नी मर्यादा से, वह बिलकुल अनजानी होगी,
क्या मर्यादा, उच्श्रंख्लता में, सामंजस्य किया करते हो?
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?

देख प्रकृति ने नर नारी का, खुद ही एक अनुपात रखा है,
और विधाता ने सृष्टि का, स्व संचालित संसार रचा है,
उस के कार्य क्षेत्र में फिर क्यूँ, हस्तक्षेप किया करते हो?
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?

यदि तुम पुन्य नहीं कर सकते, क्यूँ तुम पाप किया करते हो?
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?
क्यूँ अबोध, अजन्मी कन्या, गर्भ में मार दिया करते हो?

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