आज देश में मचा हुआ है,
हर देशहित के कर्म पर,
देशद्रोह, काले कारनामों, धर्म पर,
ई डी, इंकम टैक्स के नाम पर,
कैश उगलते लाकर, तहखाने, मकान पर,
आधार लिंक पर,
जबरदस्त घमासान,
क्योंकि -
विपक्ष के लिए,
अब कभी नहीं रहेगी,
भ्रष्टाचार की राह आसान।
मैंने अपना दिल टटोला,
मन मेरा बोला -
''यह बात तो कायदे की है,
देश के फायदे की है,''
तभी जहन में बैठा भ्रष्टाचारी जिन्न,
चीखा चिल्लाया-
"समझता क्यूँ नहीं है तू,
मूर्ख, बेबकूफ, उल्लू,
यदि ऐसा हुआ तो,
तुझे क्या मिलेगा -
बाबाजी का ठुल्लू?”
इसीलिए तो माया, ममता, केजरी, लालू
सब स्वार्थी राजनीति की कड़ियाँ रूठीं हैं,
विपक्ष की सारी आशाएं टूटीं हैं,
ये मोदी कहाँ से आया है ?
खुदा ने इसे किस मिटटी से बनाया है ?
इस ने पागल, सोती जनता को जगाया है,
खुद तो अपने पांव कुल्हाड़ी मार ही रहा है,
साथ में हमें भी काट रहा है,
देश के बड़े बड़े कर्णधारों पे जुल्म ढाया है .
खुद न कुछ खायेगा,
न कुछ खाया है,
अपने साथ शुद्ध शाकाहारी,
योगी को भी साथ लाया है.
ये एक और एक, दो नहीं,
ग्यारह हो रहे हैं,
देश और जनता के
पौ बारह हो रहे हैं।
देश वाले इनकी देशभक्ति पर रीझे हैं,
पर विपक्षी -
तिलमिलाए हैं, बौखलाए हैं,
हर पल रोते हैं,
रात में नहीं सोते हैं,
इसीलिए - इन पर,
इनके हर कृत्य पर,
बे इन्तहा खीझे हैं .
कोई कहता है -
मोदी,
जहर की खेती करता है,
मौत का सौदागर है,
कोई मानसिक रोगी बताता है,
दिग्विजय ऐसे अपशब्द कहता है,
जो मुझ जैसा व्यक्ति,
कहना तो दूर,
लिखने में भी शर्माता है।
सारे भ्रष्ट मिल कर दे रहे हैं,
उचित अनुचित चुनौती,
पप्पू कहता है पनौती,
अकेले मोदी के डर से,
सारे ठग एक हो जाते हैं,
I.N.D.I.A. गठबन्धन बनाते हैं,
लेकिन मोदी से एक बार से ही,
बेचारे सारे चारों खाने चित्त हो जाते हैं।
बिखर जाता है ठगबन्धन,
सब करने लगते है क्रन्दन।
कोई गधा, पागल कुत्ता, दाउद, हिटलर,
तो कोई भस्मासुर बताता है,
कोई चायवाला, तो कोई नीच बताता है,
कोई टुकड़ों में काट देंगे -
कह कह के धमकाता है.
इन कहने वाले लोगों के बड़े बड़े रुतवे हैं,
इनके विरुद्ध न जाने कैसे कैसे फतवे हैं।
मैंने सोचा -
मोदी व्यर्थ में पंगा लेता है,
पर मेरा विवेक बोला -
यही तो एक दिलेर, सच्चा देशभक्त,
भारत माँ का बेटा है .
इसके तन में भी,
वही महात्मा गाँधी वाली,
गुजराती मिटटी है,
और सोच में देशभक्ति की,
अटूट, फौलादी, पाषाणी गिट्टी है।
जिन्होंने की,
असल आज़ादी की जंग शुरू,
भगत, आज़ाद, राजगुरु,
लाल, बाल, पाल,
बोस, सावरकर, सरदार पटेल,
सब को पीछे धकेल,
अवतरित हुए,
मोती के लाल,
पता नहीं क्या थी,
तत्कालीन प्रभारियों की दुश्वारी,
चौदह वोटों पर पड गया,
कैसे एक वोट भारी ?
और कोंग्रेस ने बना दिए,
प्रधानमंत्री जवाहर लाल,
धीरे धीरे देश हुआ बेलगाम,
भ्रष्टाचार से बे हाल,
गांधीजी जिन्हें गाँधी नाम दे गए,
वही झूठे, मक्कार, 'देशभक्त', ….,......., बने,
देश को अनगिनत भयावह रोग,
नासूर और ज़ख्म दे गए.
मोदी तो सभी को,
सक्षम, कर्मठ, ईमानदार,
समानता का पुजारी बनाएगा,
मुफ्त की रोजी, रोटी नहीं,
स्वाभिमान से जीना सिखाएगा।
जिस मोदी ने विश्व में बढाई,
भारत की प्रतिष्ठा,
घर में उसी से,
बेइन्तहा नफ़रत,
उसी की दागदार निष्ठा ?
कोई बापू, कोई चाचा,
कोई दीदी, कोई अम्मा,
चढ़ा कर देशभक्ति का मुलम्मा,
जिसको देखो वही,
आकंठ स्वार्थ में डूबा,
इस देश को कुतर रहा है,
हर छद्म देशप्रेमी, निकम्मा
ऐसे सभी लोग,
समझते हैं इसे ' घोस्ट ', ghost,
है कोई इसका रिश्तेदार या दोस्त,
जिसको लाभ पहुँचाया है,
इसने तो अपनी रसोई का खर्चा भी,
खुद ही उठाया है .
इस बेचारे ने किसी का क्या बिगाड़ा है,
देश, जनता में बैठे,
मात्र देशद्रोहियो का,
'देशप्रेमी' आवरण ही तो उघाडा है.
एक ही झटके में,
करोड़ों फर्जी गरीब,
गैस कनेक्शन,
एन जी ओ, ठेकेदार,
कम्पनी, डायरेक्टर,
राशन कार्ड धारी,
बी पी एल धारी,
मनरेगा, आंगनवाडी,
मदरसे और बच्चे,
भ्रष्टाचारी गढ़ों के,
उड़ गए परखच्चे,
सोचो ये सब कहाँ गायब हो गए ?
व्यभिचारी, भ्रष्टाचारी,
देशद्रोही बेनकाब हो गए.
सत्तर साल से छुपे रुस्तमों का,
काले कारनामों के कच्चे चिट्ठों का,
पर्दाफाश हो गया,
और सच्चे विकास का रास्ता साफ़ हो गया .
विरोधियों को चिंता है -
अब धन दौलत, सामर्थ
ऊपर का अर्थ,
कुछ भी उनके हाथ नहीं आएगा,
सारा का सारा,
देश के विकास में,
समर्पित हो जाएगा,
उनकी हर बद हरकत,
बिना किसी मुरब्बत,
उनके लिए तबाही लाएगी,
क़ानून की ताकत,
जेल पहुंचाएगी,
खाया हुआ भी उगलवायेगी,
और जब्त काले धन से,
विकास की ऐसी सुनामी आएगी,
कि देखते देखते -
देश की, जनता की,
दशा और दिशा ही बदल जाएगी.
जब से मोदी सरकार हुई है सख्त,
काली कमाई करनी शुरू की जब्त,
भारत धीरे धीरे सुधर रहा है,
हो रहा है दुरस्त,
सिर्फ काले मन,
काले धन वाले हैं पस्त,
हर देश प्रेमी, देशभक्त और,
आम आदमी जनता का,
है पूरी तरह मस्त !
लेकिन अब किसी पर, आँख मूंदे,
विश्वास मत करना,
जहाँ जरूरी हो,
लगाम जरूर कसना,
अब कोई भ्रष्ट, आतातायी, देशद्रोही,
पत्थरबाज कैसे फलेगा, फूलेगा,
जाहिर है उनका माथा ठनकेगा,
मुंह थूलेगा,
आतंकवाद का बच्चा अब,
कैसे और कब तक,
इन देशद्रोहियों की बाहों में झूलेगा ?
इसीलिए हर विरोधी का,
मानसिक संतुलन बिगड़ रहा है,
भाषा का स्तर,
हर पल गिर रहा है,
क्योकि -
देश भ्रष्टाचार के दल दल से,
उबर रहा है,
देश का मान सम्मान,
माहौल सब कुछ,
सकारात्मकता के साथ,
निसंदेह सुधर रहा है।
सारे देशद्रोही, कामचोर, काले धन्धे वाले,
सब बने हैं इस के दुश्मन,
सभी के मन में यही बात समाई है,
चाहे जैसे भी हो,
मोदी को हटाने में ही भलाई है.
सौभाग्य से स्वाधीनता के बाद,
भारत में पहली बार,
स्वर्णिम भविष्य ने दी दस्तक है,
इसीलिए हर सच्चा हिन्दुस्तानी,
मोदी के प्रति नत मस्तक है,
चाहे चीन, पाक, आतंकी,
अलगाववादी, गद्दार, पत्थरबाज,
उँगलियों पर बंधे धागों के नर्तक,
यानी उनके समर्थक,
कोशिशें लाख कर लें भरसक,
लेकिन कोई भी इसका,
कुछ भी नहीं बिगाड़ पायेगा,
क्योँकि -
134 करोड़ ईमानदार,
आम भारतीय जनता का,
आशीर्वाद इसकी सुरक्षा में
खडा हो जायेगा.
अगर कुछ हो भी गया तो -
इसका यह निराला अंदाज,
अमर हो जायेगा,
जनमानस में बस जायेगा,
और सम्पूर्ण विश्व, भारत,
हर राजनैतिक दल,
कोई इसके दिखाए रास्ते से,
भटक नहीं पायेगा।