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उद्धार वतन का कैसे हो ? उत्थान वतन का कैसे हो ?
अपने भारत के जन जन का, कल्याण बताओ कैसे हो ?
उद्धार वतन का कैसे हो ? उत्थान वतन का कैसे हो ?
सवा अरब से ज्यादा हम, कोई विरला मुझको समझा दे,
एक व्यक्ति ऐसा मिल जाये, जो मुझ को इतना बतला दे,
अपनी पावन भारत माॅ का, अवरूद्ध पतन-पथ कैसे हो ?
उद्धार वतन का कैसे हो ? उत्थान वतन का कैसे हो ?
अपने भारत के जन जन का, कल्याण बताओ कैसे हो ?
उद्धार वतन का कैसे हो ? उत्थान वतन का कैसे हो ?
जो सब्ज बाग दिखला देता, जनता समझे जहाॅंगीर उसे,
ये जहाॅगीर, सत्ता मद में, उन की किस्मत में पीर लिखे,
नेतृत्व दिया हम ने जिन को, वह समझ रहे, जागीर इसे,
जनता ही असली मालिक है, पर वह समझे राहगीर उसे,
इन सामाजिक विष वालों का, बु़द्धि संवर्धन कैसे हो ?
उद्धार वतन का कैसे हो ? उत्थान वतन का कैसे हो ?
भारत की पावन धरती पर, अवनति, उन्नति पर भारी है,
अच्छाई और बुराई की, हर जंग अभी तक जारी है,
एक जुटता से और स्वारथवश, भ्रष्टों की टोली भारी है,
इन धृष्ट, दुष्ट नेताओं से, जनता की भीड भी हारी है,
इन भ्रष्ट, पतित नेताओं का, हृदय परिवर्तन कैसे हो ?
उद्धार वतन का कैसे हो ? उत्थान वतन का कैसे हो ?
एक थैली के चट्टे बट्टे सब हैं, जिन ने सत्ता का सुख भोगा,
जब तब प्रायोजित करवा देते, पत्थरबाजी, नफरत योगा,
कुछ जोंक बने, कुछ दीमक, कुछ छिपे, पले आस्तीनों में,
कुछ छद्म वेश धारण कर, बैठे हैं, परम पूज्य शालीनों में,
इन जहरीले षड्यन्त्रों से, अब मुक्त वतन यह कैसे हो ?
उद्धार वतन का कैसे हो ? उत्थान वतन का कैसे हो ?
अपने सब वेद, पुराणों में, सन्दर्भ बहुत कुछ यॅू आते हैं,
हर एक समस्या का उत्तम हल, दुॅनिया को बतलाते हैं,
तुम पढो महा भारत चाहे, या रामायण ही पढ डालो,
निश्चित उत्तम हल पाओगे, मत संशय, दुविधायें पालो,
उस बम्हज्ञान का जनहित में, अध्ययन, अर्जन कैसे हो?
उद्धार वतन का कैसे हो ? उत्थान वतन का कैसे हो ?
राम ने हमें सिखाया है, त्याग, धर्म, कर्तव्य परायणता,
कृष्ण, कूटनीति से दूर करें, अन्याय और अराजकता,
रामराज्य स्थापित करने को, करना ही होगा धर्म युद्ध
है साम, दाम, दंड, भेद, उपयोग उचित, पापी विरुद्ध,
देशद्रोही प्रतिनिधियों का, केवल ऐसे अभिनन्दन हो -
कूटनीति संग इतना कूटो, शेष न दिल की धड़कन हो !
इन सर्पों की कुण्डलियों की, खत्म ये जकडन ऐसे हो !!
अपने भारत के जनजन का, कल्याण सुनो जी ऐसे हो !!!
उद्धार वतन का ऐसे हो !!, उत्थान वतन का ऐसे हो !!!