विश्व में प्रत्येक २० वर्ष बाद एक महामारी अवश्य फैलती है, जिससे जन-धन की बहुत अधिक हानि होती है। इन बीमारियों में कुछ तो प्राकृतिक असंतुलन के कारण फैलती हैं, तो कुछ मानवीय त्रुटियों के कारण। इसी क्रम में कोरोनावायरस भी महामारी के रूप में जानी गई, जो चीन के वुहान शहर से फैला। इस पर विशेषज्ञों द्वारा शोध करने पर पाया गया कि यह चमगादड़ों के सूप पीने से फैली, परंतु कुछ विशेषज्ञों ने बताया कि यह वायरस कृत्रिम है और इसे चीन की प्रयोगशाला में बनाया गया। क्या सच है और क्या झूठ, इसका पता अभी तक नहीं चल सका है। परंतु कुछ भी हो, हमारे लिए एक महामारी है, जिससे यदि सुरक्षा ना की जाए, तो जीवन को गंवाना पड़ सकता है। अतः इस बीमारी से हमें स्वयं तो सुरक्षित रहना ही है, इसके साथ ही दूसरों को भी प्रेरित करना है।

कोरोना वायरस से अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा करने से पहले कोरोना वायरस के बारे में जानकारी प्राप्त करना अति आवश्यक है, तभी हम इस महामारी से अपना बचाव कर सुरक्षित रह सकते हैं। कोरोना वायरस, जिसको भारत में कोविड-19 के नाम से जाना जाता है, मानसिक एवं शारीरिक दोनों प्रकार से मानव के लिए घातक है। यदि समय पर इससे बचाव हेतु उपाय ना किये जाए, तो यह अति विध्वंसक हो सकती है। इसके फैलने का माध्यम है, श्वास। अर्थात् यह वायरस मनुष्य के श्वसन तंत्र को प्रभावित कर उससे निकलने वाली कार्बन डाई ऑक्साइड के साथ मिलकर एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य तक फैलती है। इसके साथ ही आपसी छुआछूत से भी यह बीमारी बहुत तीव्र गति से एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य को संक्रमित कर देती है। इसलिए सबसे पहले आवश्यक है कि आपस में कम से कम दो गज की दूरी रखें और मास्क का अवश्य प्रयोग करें।

मास्क सूती या टिश्यू पेपर का हो तो ज्यादा अच्छा है। चूंकि यह वायरस मनुष्य की प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करता है, अतः अपने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि या उसको संतुलित रखने हेतु संतुलित आहार और ऐसे आहार लेने चाहिए, जिनसे हमारी शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता को बल मिले। इसके साथ ही अपने हाथों को कुछ समय अंतराल पर साबुन या सैनिटाइजर से अवश्य साफ करें। वायरस अति सूक्ष्म आकार का होता है, जिसको प्रायः नग्न आंखों से देखना संभव नहीं है। अतः अपने हाथों को साफ करना बहुत आवश्यक है। इस वायरस पर मौसम का कोई प्रभाव नहीं होता है, अत: किसी भी प्रकार के भ्रम में ना रहे। यदि हम घर के बाहर से आ रहे हो, तो सबसे पहले अपने आप को स्वच्छ कर ले, उसके बाद ही अपने परिवार जनों के पास जाएं। यदि हम इन सभी बातों को ध्यान में रहेंगे, तो कोरोनावायरस से स्वयं को सुरक्षित रख सकते हैं।

शारीरिक स्वच्छता ही शारीरिक सुरक्षा का मुख्य पहलू है। अतः अपने शरीर को स्वच्छ रखें और स्वस्थ रहें।

शरीर की स्वच्छता के साथ ही आवश्यक है मन की एकाग्रता। अतः मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए अनुलोम-विलोम या प्राणायाम अवश्य करें, इससे शरीर में सदैव सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। शरीर में किसी भी प्रकार की बीमारी नकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण होती है, परंतु जब हमारा शरीर सकारात्मक ऊर्जा से संचारित रहेगा, तो नकारात्मक ऊर्जा अर्थात् बीमारी हमारे शरीर को प्रभावित नहीं कर सकती है।

प्राचीन काल में गुरूकुल में योग की शिक्षा शरीर और मन को स्वस्थ रखने के लिए ही दी जाती थी, क्योंकि कहा जाता है कि स्वस्थ शरीर को बीमारी स्पर्श भी नहीं कर पाती हैं। योग को अपनी दैनिक क्रियाओं में अवश्य सम्मिलित करना चाहिए। योग से शारीरिक सुख के साथ-साथ मानसिक शांति भी प्राप्त होती है। मन की एकाग्रता में वृद्धि होती है, जिसे ध्यान कहते हैं। परंतु आलस्यता के कारण मनुष्य अपने आप को समय ही नहीं दे पाता है, इसलिए बीमारियों का शिकार हो जाता है। अतः कोरोनावायरस से मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए नित्य प्राणायाम अवश्य करें। इससे मन सदैव सकारात्मक ऊर्जा से संचारित रहता है।

सरकार द्वारा चलाए जा रहे मुफ़्त वैक्सीन अभियान कोरोनावायरस के विरूद्ध लड़ने की एक पहल है। यह वैक्सीन शरीर में प्रवेश कर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कई गुना बढ़ा देती है, जिससे हमारा शरीर इस वायरस को नष्ट कर देता है। अतः वैक्सीन अवश्य लगवाएं और ध्यान रखें कि वैक्सीन के पंजीकरण हेतु सरकारी वेबसाइट पर ही जाएं, किसी भी अपरिचित या अस्वीकृत व्यक्ति से वैक्सीन ना लगवाएं, यह आपके शरीर के लिए घातक हो सकता है। वैक्सीन लगवाने के लिए अपने क्षेत्र के सरकारी अस्पताल में ही जाएं और वैक्सीन लगवाने के बाद अपने खान-पान का अवश्य ध्यान रखें और डॉक्टर द्वारा बताएं गए निर्देशों का पूर्णतः पालन करें।

यदि इस प्रकार सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन्स का पालन करेंगे, तो अवश्य ही कोरोनावायरस से स्वयं को सुरक्षित रख पाएंगे। इस बीमारी से सुरक्षित रहने के लिए आत्मनिर्भर बनना अति आवश्यक है, क्योंकि आत्मनिर्भर बनने का अर्थ है कि हमें स्वयं ही इस बीमारी से लड़ना है और उस पर विजय प्राप्त करनी है। अतः किसी भी प्रकार की झूठी खबरों पर विश्वास ना करे और अपनी सुरक्षा स्वयं करे, तभी कोरोनावायरस को हरा सकते हैं। 

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