स्त्री एक उसके किरदार अनेक
मां, बहन, दोस्त, प्रेमिका, पत्नी,बेटी
और न जाने क्या-क्या...
आपके जीवन में किसी भी पात्र में ढल कर रहने वाली,
अपने अस्तित्व से सब कुछ देने वाली,
अपनी सृजनात्मकता से
सब कुछ संवारने वाली,
हर एक स्त्री और
उसके नेह-स्पंदन को सहेज कर रखिये।।