'वैश्या'
यही कहते हो ना तुम लोग मुझे।
इज्जत के पानी से
मुंह साफ करने वालों,
ऊँचे नाम ऊंची इमारत
कागजी धन के भंडार वालों,
मैं "स्त्री" घर को तोड़ती हूँ?
'वैश्या'
यही कहते हो ना तुम लोग मुझे।
चरित्रहीन के नाम से
पुकारते यह लोग मुझे
कहते,वो फँसाती है
घर को तोड़ती है
सच में?
'वैश्या'
यही कहते हो ना तुम लोगों मुझे।
अगर मैं एक सवाल पूछूं,
क्या जवाब दे पाओगे?
मुझे किसने यह मेरी मां की गोद से
यहां है पटक दिया?
किसने मेरा बसाया हुआ घर
है तोड़ दिया?
रोज क्या करने आते
तुम चरित्रवान यहां?
'वैश्या'
यही कहते हो ना तुम लोग मुझे।
दिल्ली की जी॰बी॰
बंगाल की सोनागाछी
के इलाकों में गिरफ्तार कर दिया है लोगों ने
चमड़ी नोच कर खाने वालों
क्या कोई जवाब है तुम्हारे पास?
'वैश्या'
यही कहते हो ना तुम लोग मुझे।