Photo by João Jesus: pexels क्यों करनी बातें जब कोई अपना मानता ही नही,
क्यों बताना कुछ जब किसी को परवाह नहीं...
कहते तो सब हैं पर कोई अपना मानता नहीं,
दिखावे तो सब करते हैं पर कोई मन की बात जानता नहीं...
बातें तो सब करते हैं पर बातों बातों में अंतर होता है,
यह बात ही बताती है कौन नजरअंदाज कर रहा,
यह बातें ही बताती हैं हमें कौन अहमियत दे रहा...
जो भी बातें जब कोई अपना मानता नहीं,
क्यों बताना अपने मन का हाल उसे जो कहता तू अपना
पर मन से अपना मानता नहीं।
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