जो हारा जिंदगी से..
उसने ही जाना...
कितना मुश्किल है...
यहां जिंदगी जीना...
क्योंकि
राहों पर फूलों से अधिक तो कांटे बिछाए है..
फिर भी उन पर चलना होगा..
लोग साथ देने की बातें कहेंगे...
पर सबसे मुश्किल है कठिन वक्त में साथ निभाना...
क्योंकि जख्मों को ताजा करना हो
तो लोग आएंगे हंसकर...
पर जख्मों पर मरहम तुम्हें..
खुद लगाना होगा...
सचमुच
जो हारा जिंदगी से
उसने ही जाना
कितना मुश्किल है
यहां जिंदगी जीना।