महंगाई की बढ़ती मार है,
भुखमरी से लोगों का हुआ बुरा हाल है,
पढ़ें लिखे नौजवान बैठे बेरोजगार हैं,
और जीवन में मचा उनके हाहाकार हैं,
बच्चों पर पढ़ाई का टेंशन सवार है,
तो बड़ों पर जॉब न मिलने का टेंशन,
तो पर्यावरण हो रहा प्रदूषित,
जिससे फैल रही बीमारियां हैं,
और सरकार का ध्यान न जाने कहां है,
समस्या बहुत है पर समाधान कुछ नहीं,
क्योंकि सब हाथ पर हाथ रखे बैठे हैं,
और देख रहे तमाशा,
अरे देश आपका है सरकार आपकी है,
उठाओ आवाज और निकलो समाधान,
रखो पर्यावरण को स्वच्छ,
और बीमारी से रहो कोसों दूर,
मेहनत करो और काम ढूंढने का करो प्रयास,
क्योंकि जहां चाह वहां राह,
मत रखो दिमाग में टेंशन,
क्योंकि टेंशन ही बीमारी की मूल जड़ है,
रखो मन को शांत और करो व्यायाम,
जीवन में समस्या का होना आम है,
पर समस्या से निपटना आपका काम है,
परेशानी हर घर हर देश में विघमान है,
कहीं युद्ध से हो रहा देश बर्बाद है,
तो कहीं अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है।