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अक्सर हम भ्रम के शिकार हो जाते हैं और लापरवाही कर बैठते हैं सामान्य सी बात को बढ़ा देते हैं और गंभीर बात को हंसी में टाल देते हैं उसी प्रकार सामान्य से दिखने वाला सिरदर्द या तो गंभीर हो सकता है या सामान्य लेकिन हम इसमें अंतर नहीं कर पाते और गंभीर समस्या का शिकार हो जाते हैं हालांकि सिरदर्द और माइग्रेन दोनों में सिरदर्द एक समान होते हुए भी भिन्न है, सिरदर्द आम नींद की समस्या के कारण भी हो सकता है लेकिन माइग्रेन होने के अनेक कारण होते हैं और सामान्यत सिरदर्द एक दिन में ठीक हो जाता है लेकिन माइग्रेन का दर्द हफ्तों तक रह सकता है और गंभीर रूप धारण कर सकता है जहां तक संभव है अत्याधिक लापरवाही बरतने से जान भी जा सकती है, लेकिन इनमें क्या अंतर है और किस प्रकार यह एक दूसरे से भिन्न है और आखिर यह सिरदर्द और माइग्रेन क्यों होता है दोनों के बारे में जानना अति आवश्यक है तो सर्वप्रथम सिरदर्द क्या है:

डॉक्टर कहते हैं कि सिरदर्द सिर में होने वाला एक अप्रिय दर्द है, जो सामान्यतः दबाव और दर्द का कारण बनता है यह दर्द हल्के से लेकर गंभीर भी हो सकता है और यह सिर के दोनों तरफ होता हैं डॉक्टरों के अनुसार हां कुछ विशिष्ट क्षेत्र जहां सिरदर्द हो सकता हैं उनमें माथा, मंदिर और गर्दन का पिछला भाग शामिल हैं और हां सिरदर्द 30 मिनट से एक सप्ताह तक कहीं भी रह सकता है जहां तक डॉक्टरों कहते हैं सबसे आम सिरदर्द का कारण तनाव है क्योंकि तनाव से मांसपेशियों में खिंचाव और चिंता के कारण सिरदर्द होता है हालांकि इसके अतिरिक्त भी सिरदर्द अन्य कई तरह का होता है.


1. क्लस्टर सिरदर्द

जिसमे सबसे पहले क्लस्टर का सिरदर्द है जो गंभीर रूप से दर्दनाक सिरदर्द हैं जो सिर के एक तरफ होता है और सिर आंखों में पीछे इस दर्द का अहसास होता है.


2. चिरारी सिरदर्द

चियारी सिरदर्द एक जन्म दोष के कारण होने वाला दर्द है जिसे चियारी विकृति के रूप में जाना जाता है, जो कि खोपड़ी को मस्तिष्क के कुछ हिस्सों के खिलाफ धक्का देता है, जिससे अक्सर सिर के पीछे दर्द होता है.


3. थंडरक्लैप सिरदर्द

थंडरक्लैप सिरदर्द एक बहुत ही गंभीर सिरदर्द है जो 60 सेकंड या उससे कम में विकसित होता है और यह एक सबरैक्नॉइड रक्तस्राव का लक्षण हो सकता है यह एन्यूरिज्म, स्ट्रोक या अन्य चोट के कारण भी हो सकता है, माइग्रेन क्या है - माइग्रेन अक्सर नसों से संबंधित एक बीमारी है जिसमें, सिरदर्द तीव्र या गंभीर होता हैं और अक्सर सिर में दर्द के अलावा अन्य लक्षणो में जीमिचलाना, एक आंख या कान के पीछे दर्द, टेम्पल में दर्द, प्रकाश और/ या ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता, अस्थायी दृष्टि हानि व उल्टी आदि शामिल हैं माइग्रेन का सिरदर्द आमतौर पर सिर के केवल एक तरफ को प्रभावित करता है और माइग्रेन के सिरदर्द में तीव्र दर्द होता है, जो दैनिक कार्यों को भी बहुत मुश्किल बना देता है तथा यह दर्द कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक रहता है वहीं यदि माइग्रेन ट्रिगर की बात हो तो इसमें भावनात्मक चिंता, गर्भ निरोधकों का सेवन, शराब, हार्मोनल परिवर्तन,रजोनिवृत्ति आदि भी शामिल हैं. 

इलाज

हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि सिरदर्द और माइग्रेन के इलाज के तरीके अलग-अलग होते है और अगर सिरदर्द की बात की जाए तो इसमें दवाइयों के साथ-साथ रिलैक्सेशन तकनीक का तकनीक का उपयोग प्रभावकारी होता है चूंकि सिरदर्द का एक मुख्य कारण तनाव होता है, इसलिए हीट थेरेपी से लेकर मालिश, मेडिटेशन, गर्दन में स्टेचिंग, रिलैक्सेशन एक्सरसाइज आदि का सहारा लिया जा सकता है.

वहीं, माइग्रेन के इलाज के लिए प्रिवेंशन को ही सबसे अच्छा तरीका माना जाता है क्योंकि माइग्रेन के दर्द के कुछ ट्रिगर होते हैं और उन पर ध्यान दिया जाए तो माइग्रेन के दर्द से काफी हद तक निपटा जा सकता है इनमें आहार में बदलाव के साथ-साथ, डॉक्टर की सलाह पर दी गई दवाइयों का सेवन व तनाव को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाना शामिल हैं.

लेकिन अब यह जानना अति आवश्यक हो जाता है कि ऐसे कौनसे कारण है जिनके कारण हमें सिरदर्द या माइग्रेन का दर्द होता है -

सिरदर्द तंत्रिका तंत्र की एक ऐसी स्थिति है, जो सिर में दर्दनाक लक्षण पैदा करती हैं यह एक आम विकार है,जो लगभग हर किसी को कभी न कभी होता ही है और जहां तक माइग्रेन भी सिरदर्द का ही एक भाग हैलेकिन यहविशेष प्रकार का सिरदर्द हैऔर आम सिरदर्द और माइग्रेन में अंतर होता है अक्सर माइग्रेन के दौरान इंसान के खून की नलियां फैल जाती हैं और उसके पश्चात् उनमें कुछ खास तरह के केमिकल्स का स्त्राव होता है और इस तरह के केमिकल्स तांत्रिका रेशों की वजह से होने वाले दबाव के कारण उत्पन्न होते हैं और जब सिरदर्द की अनुभूति होती है और उस दौरान कोई आर्टरी या खून की नली फैल जाती है तो इससे तांत्रिका रेशों पर दबाव पड़ता है और इस दबाव के कारण केमिकल निकलते हैं जिस वजह से खून की नलियों में दर्द, सूजन और फैलाव होने लगता है और इन कारणों से इंसान को बहुत तेज़ सिर में दर्द होने लगता है और जिन कारणो से व्यक्ति को माइग्रेन की समस्या हो जाती है.

जबकि सिरदर्द का एक कारण व्यक्ति की नींद पूरी न होना होता है जो हर व्यक्ति में एक आम समस्या होती है इसलिए हम कह सकते हैं कि दोनो दर्द समान होते हुए भी एक दूसरे से काफी भिन्न है।

सिरदर्द और माइग्रेन में अंतर

कई बार हमें हल्के से मध्यम रूपी सिरदर्द होता है जिसकी वजह सिर और गर्दन के बीच की मांसपेशियों का संकुचन होता है और सामान्य तौर पर सिरदर्द कुछ मिनटों से लेकर कुछ घंटों तक रहता है कुछ मामले ऐसे भी होते हैं जहां कई दिनों तक भी सिरदर्द की परेशानी रहती है, लेकिन माइग्रेन के सिरदर्द में इसका असर मध्यम से लेकर गंभीर होता है कभी-कभी तो इसका असर इतना बढ़ जाता है कि कुछ समय के लिए दैनिक कार्य भी ढंग से नहीं कर पाते और जब सिरदर्द की समस्या होती है, तो उसके साथ कोई चेतावनी के संकेत नहीं होते वहीं दूसरी ओर, माइग्रेन में औरा जैसे कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं ऐसा कम ही होता है कि नींद के दौरान आपको साधारण सिरदर्द हो, लेकिन माइग्रेन में दर्द आमतौर पर नींद के दौरान ही शुरू होता है।

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