क्या फर्क पड़ता है "राजभाषा" या "राष्ट्रभाषा" है हिन्दी
संस्कृत की पहली संतान सहित्य की जननी है हिन्दी
जो सरलता से समझ आ जाये हर भारतीय का संस्कार है हिन्दी
एक वक़्त था जब हम गुलामी में जकड़े थे तब गांधी जी द्वारा" राष्ट्रभाषा" का सम्मान है हिन्दी
14 सिंतबर 1949 का वह दिवस था जब" राजभाषा" के रूप में प्राप्त हुआ हमारा मान है हिन्दी
सरकारी कामकाज का आधार है हिन्दी
दिल से दिल तक पहुंचने का तार है हिन्दी
प्रेम की भाषा का सार है हिन्दी
आध्यात्मिक ज्ञान की पहचान है हिन्दी
देश ही नहीं विदेशों के भी सिर का ताज है हिन्दी
क्या फर्क पड़ता है "राजभाषा" या " राष्ट्रभाषा " है हिन्दी
जो सम्पूर्ण जगत को एकसूत्र में बांध दे वो हिंदुस्तान की आवाज़ है हिन्दी
जो सम्पूर्ण जगत को एकसूत्र में बांध दे वो हिंदुस्तान की
आवाज़ है हिन्दी…