कोलकाता के बारे में हम ऐसी खास बातें आपको बताने जा रहे हैं, जो शायद आप नहीं जानते होंगे. पूर्वी भारत का एक ऐसा शहर जहां भारतीय पुनर्जागरण के बीज बोये गये. यह एक ऐसा शहर है जो देश में होने वाली किसी भी घटना पर सबसे ज्यादा मुखर एवं सुखिर्यों में रहता है. यह शहर, दर्शन, साहित्य, संस्कृति से लेकर आर्थिक मुद्दे में भी एक अलग पहचान रखता है. इस शहर को सिटी ऑफ जॉय भी कहते हैं. ब्रिटिश काल में यह देशा की राजधानी हुआ करता था. आइए जानते हैं कि कोलकाता शहर से जुड़े ये यूनिक फैक्ट्स!
हुगली नदी के ऊपर बना हावड़ा ब्रिज देश का सबसे पुराना और सबसे बड़ा ओवरब्रिज है. इसे अंग्रेजों ने बनाया था. हावड़ा ब्रिज कोलकाता की यात्रा हावड़ा ब्रिज देखे बिना और उसकी तस्वीरों की यादगार निशानी के बिना पूरी नहीं हो सकती. साल 1936 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था और 1942 में ये पूरा हो गया. 3 फ़रवरी 1943 को इसे जनता के लिए खोल दिया था. दिलचस्प बात ये है कि पूरी दुनिया में मशहूर और सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रहे इस पुल का औपचारिक उद्घाटन तक नहीं हुआ था. यह हमेशा से कोलकाता ही पहचान रहा है. इस पुल को बने 78 साल हो चुके हैं. इसने जहां द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान भारी बमबारी झेली, वहीं स्वाधीनता आंदोलन, देश की आज़ादी और बंगाल के भयावह अकाल को भी देखा.
कोलकाता साइंस सिटी देश की सबसे बड़ी साइंस सिटी है. देश के विज्ञान केंद्रा में कोलकाता की साइंस सिटी मुख्य है. इसकी स्थापना राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद की ओर से किया गया था. यह संग्रहालय बड़े मजेदार ढंग से साइंस सीखने को प्रेरित करता है. इस स्थान का दर्जा अब तो उच्च तकनीकों और प्रदशनियों के गढ़ के रूप में विख्यात है.
कोलकाता में स्थित अलीपुर जू देश का सबसे पुराना जूलॉजिकल गार्डन है. ब्रिटिश कालिन इस चिड़ियाघर को देखने के लिए साल भर पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता हैं. इस चिड़ियाघर की खूबसूरती अद्भुत है और बेमिसाल है जो फ़ोटोग्राफी के शौक़ीन लोगों को अपनी बरबस आकर्षित कर लेता है.
कोलकाता बुक फेयर एशिया का सबसे बड़ा बुक फेयर है और दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बुक फेयर है. अगर आप किताबों के शौक़ीन हैं तो, यहाँ स्थित भारत के सबसे बड़े पब्लिक लाइब्रेरी, भारत का राष्ट्रीय पुस्तकालय से लेकर यहाँ के प्रसिद्द कोलकाता किताब मेला, जो यहाँ हर साल बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाता है.
सबसे पहली मेट्रो कोलकाता में ही भारत की सबसे पहली मेट्रो ट्रैन चली थी. यहाँ मेट्रो ट्रैन की शुरुआत 1984 में हुई थी. वहीं यह साउथ एशिया का इकलौता ऐसा शहर है जहां पर अभी भी ट्राम चलते हैं.
कोलकाता में ही है दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा और देश का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है. इसका नाम ईडन गार्डन है. यहां एक साथ लगभग 66 हजार दर्शक मैच का लुत्फ उठा सकते हैं. वहीं यहां दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा फुटबॉल स्टेडियम साल्ट लेक भी यही है. बता दें कि कोलकाता भारत के उन कुछ शहरों में से एक है, जहां फुटबॉल का जूनून लोगों के सर चढ़ कर बोलता है.
दुनिया का सबसे पुराना पोलो क्लब जो अभी तक मौजूद है वह कोलकाता पोलो क्लब ही है. इसके अलावा दुनिया का सबसे पुराना क्रिकेट क्लब कोलकाता क्रिकेट फुटबॉल(CCF) क्लब है.
कोलकाता में बसा बिरला प्लैनेटेरियम एशिया में सबसे बड़ा प्लैनेटेरियम है. इस तारामंडल का सफर कभी न भूलने वाला लम्हा साबित होगा. यहां आपको ब्रह्मांड से जुड़ी कई रोचक जानकारियों को आधुनिक तकनीक की मदद से दिखाई जाती है. जो वाकई में यूनिक और ऐंटरटेनिंग है.
एशिया का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया कोलकाता में ही है. कोलकाता का सोनागाछी एशिया का सबसे बड़ा रेडलाइट एरिया है. एक अनुमान के मुताबिक यहां करीब 11 हजार वेश्याएं कई सौ बहु मंजिला इमारतों में शरीर का व्यापार करती हैं. यहां महज 150-200 रुपए में लड़कियां देह धंधा करती हैं.