छठ पर्व से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है. दिवाली के बाद आता है छठ महापर्व जिसकी तैयारियां दिवाली के बाद से ही शुरू है जाती है। छठ पर्व चार दिनों का त्योहार है जिसमें सूर्य उपासना की जाती है. सूर्य को अर्ध्य दिया जाता है. एक ओर ये पर्व जहां आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण है वहीं इससे कई वैज्ञानिक फायदे भी हैं. इसीलिए इस महान पर्व का महत्व और भी बढ़ जाता है. सूर्य संपूर्ण सृष्टी को जीवन प्रदान करता है. सूर्य को नवजीवन का आधार माना जाता है. उनके ऊर्जा से ही पूरी दुनिया गतिमान है और प्रकाशमय भी. 

ये पर्व हर साल कार्तिक मास कि षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. षष्ठी तिथि एक विशेष खगोलीय अवस्थिति उत्पन्न करता है. इस समय सूर्य की पराबैंगनी किरणें पृथ्वी की सतह पर सामान्य से अधिक मात्रा में विकरित होती हैं. इससे उसके संभावित कुप्रभावों ज्यादा होते है. उसी हानिकारक प्रकोप से रक्षा करने का सामर्थ्य इस लोक-परंपरा में है. इस पर्व में सूर्यास्त यानी ढलते सूर्य एवं सूर्योदय अर्थात् उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. वैज्ञानिकों का मानना हैं कि इन दोनों समय सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान उसके प्रकाश के प्रभाव में आने से कोई भी चर्म रोग नहीं होता और इंसान निरोगी रहता है. साथ ही इससे आंखों कि रोशनी भी बढती है. इस प्रकार धार्मिक और वैज्ञानिक आधार होने से छठ पर्व का महत्व और बढ़ जाता है.

विज्ञान की किताबों में हम पढ़ते आये हैं कि सूरज की किरणों से शरीर को विटामिन डी मिलती है और उगते सूर्य की किरणों के लाभ और अधिक होते है. इसीलिए सदियों से सूर्य नमस्कार को बहुत फायदेमंद बताया गया. वहीं, विज्ञान की थ्योरी प्रिज्म के सिद्धांत के मुताबिक सुबह की सूर्य की रोशनी से मिलने वाले विटामिन डी से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है और स्किन से जुड़ी सभी परेशानियां खत्म हो जाती हैं.

सूर्य को जल देने की बात करें तो इसके पीछे रंगों का विज्ञान छिपा है. मानव शरीर में रंगों का संतुलन बिगड़ने से भी कई रोगों के शिकार होने का खतरा बढ़ जाता है. सुबह के समय सूर्यदेव को जल चढ़ाते समय शरीर पर पड़ने वाले प्रकाश से ये रंग संतुलित हो जाते हैं. (प्रिज्म के सिद्दांत से) जिससे शरीर की रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति बढ़ जाती है. सूर्य की रौशनी से मिलने वाला विटामिन डी शरीर में पूरा होता है. इसके अलावा सर्दी आने से शरीर में कई परिवर्तन भी होते हैं. खास तौर से पाचन तंत्र से संबंधित परिर्वतन. छठ पर्व का उपवास पाचन तंत्र के लिए लाभदायक होता है. इससे शरीर की आरोग्य क्षमता में वृद्धि होती है.

Discus