File Photo: Dr Deepak Shokeen

युवा देश के भविष्य हैं. उनके उनके मजबूत कंधों पर ही देश का दारोमदार है. अभिभावकों, समाज और देश को इनसे बहुत सारी उम्मीदें हैं. युवाओं को अपना सुनहरा भविष्य नशों के हवाले नहीं करना चाहिए. यह संदेश 'नशा मुक्त राष्ट्र' सम्मेलेन में समाजसेवी डॉ दीपक शौकीन ने व्याख्यान देते हुए कहा. 

डॉ शौकीन ने आगे कहा की युवा लोग नशे से दूर रहे जिससे कि उनका मानसिक विकास हो सके और संतुलन बना रहे. उन्होंने कहा कि आज युवाओं को सेहत के प्रति और अधिक जागरूक होने की जरूरत है. हम यदि नशा से दूर रहेंगे तो शरीर को स्वस्थ रखने के साथ देश और समाज की गतिविधियों में बेहतर तरीके से भाग ले सकेंगे.

युवा नशे को नजअंदाज करें और धैर्य रखते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहें. डॉ शौकीन के अनुसार युवा बुरी संगत या फिर तनाव के समय नशे से समस्या का समाधान करना चाहता है. तब मार्गदर्शन के अभाव में वह नशे के दलदल में फंस जाता है. फिर नशे की लत के कारण व्यक्ति अपराध की तरफ बढ़ता है. 

तब वह समाज के लिए परेशानी की वजह बन जाता है. नशे के चक्कर में बड़े-बड़े घरों को उजड़ते देखा है. नशे से आर्थिक हानि होने के साथ-साथ घरवालों को समाज में अपमान का शिकार भी होना पड़ता है. अगर नशा करना है, तो राष्ट्रभक्ति का करना चाहिए. कठोर परिश्रम कर आगे बढ़ना चाहिए.

डॉ शौकीन शायरना मूड में भी नजर आए. युवाओं में जोश भरते हुए उन्होंने शायरना अंदाज में ये बातें कहीं- तू अगर चाहे झुकेगा आसमां भी सामने, दुनिया तेरे आगे झुककर सलाम करेगी. जो आज न पहचान सके तेरी काबिलियत कल उनकी पीढियां तक इस्तेकबाल करेंगी.

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