गणतंत्र दिवस की सुबह यानी मंगलवार 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के बाद सरकार द्वारा की जा रहीं किसान आंदोलन को खत्म करने की कोशिशों के बीच गाजीपुर बॉर्डर पर पिछले कई घंटों से हाई-वोल्टेज ड्रामा जारी है. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत आंदोलन जारी रखने पर अड़ गए हैं. टिकैत ने आत्महत्या की धमकी दी है. उन्होंने रोते हुए कहा है कि अगर तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते हैं तो मैं आत्महत्या कर लूंगा.
दूसरी तरफ, प्रशासन गाजीपुर बॉर्डर को खाली कराने में जुटा हुआ है. प्रदर्शनकारी किसानों को पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 133 के तहत नोटिस थमाया है. प्रदर्शनकारियों को हटने के लिए कहा गया है. जिला प्रशासन ने उनसे तुरंत सड़क खाली करने को कहा है. माना जा रहा है कि आज रात पुलिस आंदोलन खत्म करने की दिशा में कोई बड़ा कदम उठा सकती है.
गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. धरनारत किसानों, सुरक्षा बलों और स्थानीय लोगों की मौजूदगी के चलते बॉर्डर पर भारी जाम की स्थिति बनी हुई है. इसलिए ट्रैफिक पुलिस ने कुछ रास्तों में डायवर्जन किया है और कुछ मार्गों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर बताया है कि गाजीपुर बॉर्डर बंद है. ट्रैफिक को एनएच-24, एनएच-9, रोड नंबर-56, 57 ए, कोंडली, पेपर मार्केट, टेल्को टी पॉइंट, ईडीएम मॉल, अक्षरधाम और निजामुद्दीन खट्टा से डायवर्ट किया गया है. इस इलाके में और विकास मार्ग पर अत्यधिक ट्रैफिक है, लोग कृपया वैकल्पिक मार्ग लें.
वहीं इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, “कल आधी रात में लाठी से किसान आंदोलन को खत्म करने की कोशिश की. आज गाजीपुर, सिंघु बॉर्डर पर किसानों को धमकाया जा रहा है. यह लोकतंत्र के हर नियम के विपरीत है. कांग्रेस किसानों के साथ इस संघर्ष में खड़ी रहेगी. किसान देश का हित हैं. जो उन्हें तोड़ना चाहते हैं, वे देशद्रोही हैं. हिंसक तत्वों पर सख्त कार्रवाई की जाए, लेकिन जो किसान शांति से महीनों से संघर्ष कर रहे हैं, उनके साथ देश की जनता की पूरी शक्ति खड़ी है.”