बॉडी पॉश्चर का मतलब होता है कि विभिन्न शारीरिक गतिविधियां करते समय आपके शरीर की स्थिति कैसी होती है. अब आपके जेहन में सवाल आ रहा होगा कि आखिर सही और गलत बॉडी पॉश्चर की पहचान क्या है? तो हम आपको बता दें कि सही बॉडी पॉश्चर में जब हम खड़े या बैठे होते हैं तो यह जरूरी है कि हमारा सिर, धड़ और टांगे, तीनों एक सीध में एक के ऊपर एक होना चाहिए. इससे शरीर के किसी भी हिस्से पर ज्यादा दबाव नहीं होगा. चलिये जानते हैं कि अलग-अलग स्थितियों के लिए क्या है आइडिल बॉडी पॉश्चर?

आइडिल बॉडी पॉश्चर

खड़े होते समय- इस स्थिति में सीना बाहर की ओर व पेट अंदर की तरफ होना चाहिए. इस बात का खास ख्याल रखें कि कमर सीधी हो, घुटने भी मुड़े हुए न हों. लंबे समय तक एक ही स्थिति में खड़े होने से बचें.

बैठने की स्थिति- जब आप बैठे हुए है तो हमेशा कमर व पीठ सीधी और कंधे पीछे की ओर करके बैठें. शरीर का भार दोनों नितंबों पर बराबर हो. हर 30 मिनट के बाद अपनी पोजीशन यानी स्थिति बदलें. अगर आप कुर्सी पर बैठे हों तो दोनों पैरों को फर्श पर फैला लें.

पढ़ते समय- पढ़ते समय सिर को किताब के बिल्कुल करीब न रखें. इससे गर्दन पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है. पढ़ते समय कमर हमेशा सीधी रखें. झुक कर पढ़ने से कमर और गर्दन में दर्द होने की समस्या आ जाती है.

चलते समय- चलने का सबसे सही पॉश्चर है, कंधों को सीधा रखें. सिर कंधों के ऊपर हो, रीढ़ की हड्डी एकदम सीधी. चलते समय पैर सीधी रखें, घुटनों की ओर से मुड़े हुए नहीं.

दौड़ते समय- खासकर दौड़ते समय पीठ एकदम सीधी होनी चाहिए. हाथ खुले न हों, दोनों हाथों की मुट्ठियां बंधी हुई हों और दौड़ते समय दोनों हाथों की पोजीशन एक जैसी होनी चाहिए.

सोते समय- हमेशा पीठ के बल सोएं. पेट के बल सोने से गर्दन और कमर का पॉश्चर खराब हो जाता है. तकिया सिर के नीचे हो, कंधे के नीचे नहीं. ज्यादा मुलायम गद्दे पर न सोएं, इससे रीढ़ की हड्डी में दिक्कत आ सकती है.

चलने फिरने और उठने बैठने के अलावा आज कल बॉडी पॉश्चर खराब होने का सबसे ज्यादा डर डेस्क जॉब और बैली फैट वाले लोगों को है. ऐसा इसलिए कि लैपटॉप पर झुक कर बैठे-बैठे सिर आगे की तरफ हो सकता, तो मटापा ज्यादा बढ़ जाने के कारण आपके आगे का शरीर निकला हुआ सा दिख सकता है. इसके लिए जरूरी ये है कि आप चलने-फिरने, उठने-बैठने और काम करने का तरीका सही करें.

वहीं इसके विपरीत अगर आप भी झुककर चलते या बैठते हैं तो सावधान हो जाइए. क्योंकि इससे आप खुद का ही नुकसान कर रहे हैं. हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि रीढ़ की हड्डी सीधी रहे और शरीर के किसी अंग पर दबाव न पड़े. इसलिए अपने उठने-बैठने और काम करने के तरीके को सही रखें. आपको अपना बॉडी का पॉश्चर ठीक रखना चाहिए.

गलत पॉश्चर आपके स्वास्थ्य के साथ-साथ आपके लुक के लिए भी हानिकारक है. जिन लोगों का पॉश्चर सही होता है, वे ज्यादा युवा दिखायी देते हैं. जिन लोगों का पॉश्चर सही नहीं होता, वो न सिर्फ अपनी उम्र से बड़े नजर आने लगते हैं, बल्कि वे खुद ऐसा महसूस भी करने लगते हैं. उनमें आत्मविश्वास की कमी भी दिखायी देती है. सही पॉश्चर शरीर के बेहतर संतुलन के लिए भी जरूरी है. बॉडी का पॉश्चर ठीक रखने से आपके जोड़ों में भी किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी.

Discus