आज भारतीय सेना 73वां सेना दिवस मना रही है. फील्ड मार्शल के एम करिअप्पा के सम्मान में हर साल भारत में 15 जनवरी को थल सेना दिवस मनाया जाता है. इसी दिन सेना की कमान पहली बार एक भारतीय के हाथ में आई थी. बता दें कि करिअप्पा, भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ थे. उन्होंने 15 जनवरी 1949 में सर फ्रेंडशिप बूचर से चार्ज लिया था.
15 जनवरी को सेना दिवस का यह समारोह सामान्य रूप से नई दिल्ली के इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति में देश के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करके शुरू किया जाता है. उसके बाद सैनिक परेड और सैन्य शो का आयोजन किया जाता हैं, जिसमें थल सेना अपनी शक्ति का प्रदर्शन करती है.
सैनिकों की संख्या बल की दृष्टि से दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी थल सेना भारत की है. आज इसमें 12 लाख से अधिक सक्रिय और क़रीब 10 लाख रिज़र्व सैनिक हैं. भारतीय सशस्त्र सेनाओं की सर्वोच्च कमान भारत के राष्ट्रपति के पास है. भारतीय सशस्त्र सेनाओं के कार्यों का निर्वाहन रक्षा मंत्रालय से किया जाता है, जो सशस्त्र बलों को देश की रक्षा के संदर्भ में उनके दायित्व के निर्वहन के लिए नीतिगत रूपरेखा और जानकारियां प्रदान करता है. चलिये जानते हैं सेना दिवस से जुड़े 10 रोचक तथ्य...
1. भारतीय सेना विश्व के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर को नियंत्रण में रखती है. इसकी ऊंचाई समुद्रतल से 5000 मीटर है.
2. भारतीय नौसेना द्वारा निर्मित केरल की ऐझीमाला नौसेना अकादमी पूरे एशिया की सबसे बड़ी अकादमी है.
3. भारतीय सेना ऊंचाइयों पर सफलतापूर्वक लड़ने के मामले में सर्वोत्तम है और इसके लिए HAWS (High Altitude Warfare School) दुनिया का सबसे बड़ा प्रशिक्षण शिविर चलाती है जिसमें अन्य देशों के सैनिक भी प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं.
4. असम राइफल्स सबसे पुरानी अर्धसैनिक टुकड़ी है. वर्ष 1835 में कछार लेवी के नाम से इसका गठन किया गया था. तब इसमें महज 750 जवान थे. पूर्वोत्तर में उग्रवाद से निपटने में इस बल की भूमिका बेहद अहम रही है.
5. इंडियन आर्मी द्वारा चलाये गए ऑपरेशन राहत लोगों के बचाने का अबतक का सबसे बड़ा मिशन है. जब 2013 में उत्तराखंड में बाढ़ आयी थी जिसमें बड़े पैमाने में जान-माल की क्षति हुई थी तब आर्मी ने करीब 20000 लोगों को बाढ़ से सुरक्षित बाहर निकाला था.
6. भारतीय सेना के पास घुड़सवार सेना की ऐसी रेजिमेंट है जो केवल पूरे दुनिया में तीन ही देशों के पास है. 61वीं कैवेलरी रेजिमेंट भारतीय सेना का घुड़सवार दस्ता है जो विश्व की वर्तमान व्यवस्था में एकमात्र अयांत्रिक घुड़सवार है. राज्य सेनाओं से मिलकर बने इस दस्ते का यह नामकरण वर्ष 1954 में किया गया था.
7. आर्मी द्वारा देश के सबसे ऊंचे पुल का 1982 में निर्माण किया गया है. यह पुल लदाख वैली में द्रास और सुरु नदियों के बीच बना हुआ है.
8. इंडियन आर्मी ने भारत-पाक युद्ध में पाक सेना को पराजित कर उसके 93000 जवानों को आत्मसमर्पण करने पर मजबूर कर दिया था. आपको बता दें कि सकेंड वर्ल्ड वार के बाद ये सबसे बड़ा आत्मसमर्पण था.
9. भारत और पाकिस्तान के बीच हुई लोंगवाला की लड़ाई में सिर्फ दो भारतीय सैनिक शहीद हुए थे. इस लड़ाई पर बॉलीबुड की मशहूर मूवी बॉर्डर बनी है. दिसंबर 1971 के इस युध्द में मात्र 120 इंडियन आर्मी के जवानों ने 2000 पाक सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था. इंडियन आर्मी विपरीत हालात में थी संख्याबल एवं संसाधन दोनों रूप से. आर्मी यूनिट के पास केवल एक जीप थी जिसपर M40 की राइफल लगी थी जबकि पाक सेना 2000 की तदाद में टैंकों से लेस थी.
थल सेना दिवस के मौके पर इंडियन आर्मी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट, ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब पर एक शानदार वीडियो साझा किया है जिसमें उसके शौर्य, बहादुरी की झलक साफ देखी जा सकती है. हालात चाहे कैसी भी हो आर्मी देश की सीमाओं की रक्षा करने में हरदम मुस्तैद रहती है. यहां देखें वीडियो