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पृथ्वी का मापदण्ड,पर्वतों का राजा, भारत में स्थित हिमालय,
अध्यात्म चेतना का ध्रुव केन्द्र उत्तराखण्ड है जिसका ह्रदय।
भारत संस्कृति का दाता,
दुनियाँ का सबसे ऊँचा पर्वत,
दुश्मन के छक्के छुड़ाता,
ऐसा न कोई दूजा भूभृृत।
हिम से आच्छादित हिमालय,
जहाँ शिव-पार्वती का निवास।
दिव्य आध्यात्मिक धरा का,
साक्षात स्वर्ग है कैलाश।
पौराणिक,सांस्कृतिक,पारम्परिक, नदियों का उद्गम स्थल।
भारत भूमि का अभिभावक,
प्रवेश कर न सके यहाँ शत्रु दल।
पार हिमालय लघु हिमालय बीच हिमाद्री,
सर्वोच्च हिमालय पर्वत श्रेणियों का विस्तार।
उत्तर पश्चिम सिंन्धु नदी के मोड़ से, उत्तर पूर्व ब्रह्म नदी तक फैला चँद्राकार।
भारत माँ का आत्मरक्षक,
संरक्षक,सजग प्रहरी।
चीन-जापान मध्यस्थ खड़ा,
भारत भूमि रहती हरी-भरी।
हिंद महासागर की उष्ण हवाएँ, बारिश में परिवर्तित होती।
अगर नहीं होता हिमालय,
रेगिस्तान सी बंजर मातृभूमि होती।
विश्व में सबसे ऊँचा है हिमालय का माऊन्ट एवरेस्ट शिखर।
गणेय,गाडविन लॉन्स, रोलावालिंग, नन्दादेवी हिमालय के उच्च शिखर।
धौलागिरी,कंचनजंघा,कुम्भु, सागरमाथा,हिमाल शिखर।
मानसलू,अन्नपूर्णा गौरी शंकर,
लागतम,शिव शंकर प्रमुख शिखर।
हरिद्वार,ऋषिकेश,बदरीनाथ, केदारनाथ,गोमुख,देवप्रयाग,कैलाश। मानसरोवर,अमरनाथ,शाकंभर, गंगोत्री,यमुनोत्री धर्मस्थल है खास।
जम्मू में वैष्णो देवी मंदिर,
तीन पिंडिया माता के रूप दिखाती, महाकाली,महालक्ष्मी,महासरस्वती, दर्शन करने आते दर्शनार्थी।
वृद्ध हिमालय लघु हिमालय मध्य, समतल सपाट घाटियाँ पाई जाती,
कश्मीर घाटी,कुल्लू काँगड़ा घाटी,
काठमाँडू घाटी नाम से जानी जाती।
जम्मू कश्मीर में पीर पंजाल,
हिमाचल में धौलाधार पर्वत श्रेणी, नेपाल में महाभारत,नागटिब्बा, उत्तराखण्ड में मसूरी पर्वत श्रेणी।
हिमालय की श्रेणी में पन्द्रहजार से ज्यादा हिमनद।
विश्व का दूसरा सबसे लम्बा,
हिमालय का सियाचिन हिमनद।
अफगानिस्तान,पाकिस्तान,चीन, भारत,नेपाल,भूटान,माम्यार।
पर्वतों के राजा हिमालय का,
फैला है जहाँ विस्तार।
कश्मीर से दार्जिलिंग तक,
सब करते इसका गुणगान।
देश-विदेश के पर्यटक,
सुंदरता का करते बखान।
मसूरी,दार्जिलिंग,पालमपुर,नैनीताल, कल्प,मशोबरा,कसौली,
गुलमर्ग,सोनमर्ग,श्रीनगर,लद्दाख, धर्मशाला,डलहौजी,शिमला,मनाली,
कसोल,कुफरी,तीर्थनघाटी,मंडी,चैल, खजिहार,ताबो,कुल्लू की हरियाली। लाहौल,बरोग,नारकंडा,रानीखेत,
हिमगिरियों की छटा निराली।
पैराग्लाइडिंग हिमाचल प्रदेश में खेला जाता,
हैंग ग्लाइडिंग जम्मू कश्मीर और सिक्किम,
रिवर राफ्टिंग उत्तराखंड,हिमाचल में, स्कीईंग जम्मू,कश्मीर,हिमाचल,और
सिक्किम।
न्यूजीलैंड के एंडमंड हिलेरी,नेपाल के तेनजिंग नोर्गे,
एवरेस्ट चोटी पर प्रथम पहुँच रचा इतिहास।
ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में, दुनियाँ के लिए,यह बात बड़ी है खास।
सूर्य की पहली किरण से,हीरे सिरसा दमकता है।
चाँद की उज्जवल ज्योति में,सीप का मोती लगता है।
औलों की बारिश मैं लगता जैसे,
अनुज अग्रज से मिलता है ।
वर्षा की फुहारों में,
नवल वर-वधू सम दिखता है।
अनेक रत्नो का जन्मदाता,उत्पन्न होती जहाँ औषधियाँ।
सागवान,पलाश,रोजवुड,बाँस,
हेलू,सैटिनवुड,अमलतास काष्ठ की प्रजातियाँ।
ऐश्वर्य खूबसूरती का खजाना, जगदीश्वर जहाँ विराजमान ।
शिव,गौरा,गणपति,कार्तिकेय,
दिव्य शक्तियाँ जहाँ दीप्तिमान।
पृथ्वी संग उद्भव हिमालय का,
अंत पृथ्वी संग होगा।
चारों और होगा जलाशय,
जब महाप्रलय होगा।
हिमालय की सुन्दरता को,
क्षति पहुँचाता मानव।
शनै:-शनै:अंत होगा अगर इसका,
धरा पर बसेंगे दानव।
कन्दराओं में समाधिस्थ,
ऋषि-मुनियों का आलय।
पाँडवों ने किया स्वर्गारोहण,
मोक्ष की सीढी हिमालय।
वाल्मीकि द्वारा लिखित रामायण, वेदव्यास की महाभारत काव्य रचना। दोनों रचनाओं का साक्षी हिमालय, हिमगिरी तलहटी में हुई संरचना।
प्रचण्ड शीत पवन अविरोधी,
भारत भूमि का सजग प्रहरी।
हिमालय की ममता की छाँव में, भारत भूमि रहती हरी-भरी।
उज्जवल ज्योतिर्मयी हिमगिरियाँ,
छटा बड़ी अभिराम।
धरा का साक्षात स्वर्ग ,
हिमालय नयनाभिराम।