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आप अधूरे नही , आप अभागे नही!
बात इतनी सी है, आप जागेनही!!
आप अपने जीवन के कर्णधार हो!
माता पपता की मन्नत के आधार हो!
क्या करोगेनही पूरे अरमानोोंको!
झठूेअफवाहोोंसेआप भागे न ही!
आप अधूरेनही , आप अभागेनही!
बात इतनी सी है, आप जागे नही!!

आप ही नेपियेन्यूटन पसद्ाोंत हैं!
आप ही नेबनायेगपर्त सूत्र हैं!
आप ही नेपकया रात रोशन यहााँ!
आप ही नेपकया नभ की शैर यहााँ
आप ही नेसहेसारेअपमानो को
बीच मैिान से आप भागे नही!!

आप अधूरेनही , आप अभागेनही!
बात इतनी सी है, आप जागेनही

राम आये यहााँ आप के रूप में
कृष्ण आये यहााँ आप के रूप में
त्रेता द्वापर तरा, कों स रावर् मरा
चीर द्रोपिी बची, नारर अपहल्या तरी!
क्या हारोगेनही पीर िुपनया के तुम!
मेरी उम्मीि पेपानी फेरेनही!
आप अधूरेनही , आप अभागे नही!
बात इतनी सी है, आप जागे नही

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