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जीवन की राह में छोटी-छोटी खुशियां

कभी खिलती हैं फूलों की तरह,
कभी बिखरती हैं ओस की बूंदों में,
मन के आंगन में जब आती हैं ये हंसी,
कठिनाई के साए भी मिट जाते हैं कहीं।

दर्द के गहरे समंदर में भी,
ये उम्मीद की कश्ती बन जाती हैं,
हर पल में एक नई रोशनी,
चेहरे पर मुस्कान की छवि छोड़ जाती हैं।

रिश्तों की मिठास में घुली हुई,
इन खुशियों की मिठास को पहचानो,
जीवन के हर मोड़ पर इन्हें संजो लो,
क्योंकि यही हैं वो पल,
जो जीवन को जीने लायक बनाते हैं।

कभी बचपन की यादों में,
कभी दोस्तों की बातों में,
ये छोटी-छोटी खुशियां सहेज कर रखो,
क्योंकि ये ही वो ख़ज़ाना हैं,
जो कठिन दौर में हौसला बढ़ाती हैं।

इस मुस्कान को मत खोने दो,
चाहे जीवन में कितनी भी हो कठिनाई,
छोटी-छोटी खुशियों का दामन थामे रहो,
इन्हीं से जीवन में हर रंग खिलता है,
इन्हीं से चेहरे पर मुस्कान चमकता है।

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