कामधेनु के वंशज पर यूं ना छुरी चलाओ।
बेजुबान जानवरों का यूं ना रक्त बहाओ।
करो संवर्धन और सरक्षण गौ माता का
इन्हे यू न सड़को पर आवारा छोड़कर जाओ।
जानवरों को भी लगती है भूख और प्यास।
इनके लिए गौशाला का संचालन करवाओ।
खिलाओ चारा गऊ और खाना माता को प्रतिदिन
जीवन धन्य को सफल बनाओ , पुण्य कमाओ
गौ प्रेम में कृष्ण ने गोरवर्धन पर्वत उठाया था।
भयंकर बारिश से सभी जीवों को बचाया था।
हम है भारतवंशी , गोगा जी ,पाबू जी , ने
गौ रक्षा की खातिर अपना लहू बहाया था।
प्यार करो जानवरों से ये प्यार के भूखे है।
इनका दूध ,दही और घी खाकर ही हम जीते है
जब तक रहेगा मानव धरती पर
हमेशा गौ रक्षा का कदम उठाएगा।
कामधेनु के वंशज पर यूं ना छुरी चलाओ।
बेजुबान जानवरों का यूं ना रक्त बहाओ।