नेताजी के जन्मदिन पर
आजादी के मतवाले देश प्रेम के जिए,
देश के खातिर घुम्मकड़ जीवन बिताया,
दिया नारा दिल्ली चलो, दिल्ली चलो,
आज भी वीर सुभाष का जिक्र आया।
अपने भाषण के दम पर मार्ग दिखाया
युवाओं की रग रग में जोश दिलवाया,
जब सुनते नेताजी को खून खोल जाता
कोई भीआजाद हिंद फौज में भर्ती हो जाता
तुम मुझे खून दो में तुम्हे आजादी दूंगा।
नारा हर एक भारतवासी तक पहुंचाया
देशभक्त साहसी निडर सुभाष ने
आजादी का नया मार्ग दिखाया
अंग्रेजी हुकूमत को नाकों चने चबवाया
एक सैनिक ने मातृभूमि की रक्षा खातिर
कहते है क्या क्या भेष बनाया
सारे ब्रिटिश हुए परेशान, हैरान हो जाते
कोई उस समय पता लगा नही लगा पाते
विश्व में भ्रमण कर सभी को एक साथ
एक ध्वज के नीचे नेताजी लेकर आते है।
दुनिया को आजादी का महत्व बताते है।
विदेश यात्रा कर अपनी ही सेना बनाते है।
आज हिंद फौज का रूप सामने लाते है।
आज भी नेताजी दिलो में बसते है।
जब भी जिक्र होगा नेताजी का त्याग
बलिदान और शौर्य के किस्से याद आते है।
उनके जन्मदिन पर हम सब भारत वासी शीश नमाते है।
आने वाली पीढ़ियों को देश प्रेम का पाठ पढ़ाते है।
जब भी जय हिंद बोले
नेताजी जरूर याद आते है।