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संघर्ष बहुत है जीवन में,
फिर भी अपनी राह बनाता हूँ।
घबराता नहीं हूँ तूफानों से,
बस आगे बढ़ता ही जाता हूँ।
पथ में बिखरे है शूल कई,
चुनौतियां मुझे कबूल नई,
अपने सपनो को पूरा करने
बस आगे बढ़ता ही जाता हू ।
संघर्ष बहुत है जीवन में,
फिर भी अपनी राह बनाता हूँ।
संघर्ष बहुत है जीवन में,
फिर भी अपनी राह बनाता हूँ।
जो होता मार्ग प्रशस्त,
मन में अविराम तटस्थ ,
अविरल नदियों की धारा जैसे
आगे बढ़ता ही जाता हूँ ।
कष्ट हो जीवन में कितने
सहने पड़े जीवन में जितने
निरंतर अभ्यास करने हो जितने
पर मन में एक विश्वास ,
जीत की लिए आस,
बस आगे बढ़ता ही जाता हूँ।
संघर्ष बहुत है जीवन में,
फिर भी अपनी राह बनाता हूँ।
घबराता नहीं हूँ तूफानों से,
बस आगे बढ़ता ही जाता हूँ।