खिली खिली सी सुबह,
उठकर देखो जगमगाती धरती।
फूलों की महक आती है,
फिजाओं में खुशबू फैलाती है।
सूरज की किरणें आती हैं,
चिड़ियों की चहचहाहट सुनाती हैं।
प्रकृति का यह नया अंदाज,
दिल में उत्साह जगाता है।
खुशी के रंग से भर जाती है,
हर इंसान की जीती जागती आस।
खुशियों की लहर सा लहराता है,
समय यहाँ रुका सा पाता है।
यह सुबह हर इंसान के लिए,
नई उमंगों से भरी होती है।
जीवन का नया सफर शुरू होता है,
नई किरणों की उम्मीद से भरी होती है।