आज सुबह आई है ऐसी
कुछ ठंडक का एहसास लिए
त्योहारों के इस मौसम में एक नया उल्लास लिए
आने वाला है दशहरा
फिर रावण को जलाना है
आयेगी फिर दिवाली
घर पर दिए जलाना है
काम मिले शिल्पकारों को
ऐसा कुछ कर जाना है
आज सुबह आई है ऐसी
कुछ ठंडक का एहसास लिए
त्योहारों के इस मौसम में एक नया उल्लास लिए 

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