इसी जन्म में,
इस जीवन में
हमको तुमको मान मिलेगा ।
गीतों की खेती करने को,
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा ।।
क्लेश जहां है,
फूल खिलेगा,
हमको तुमको ज्ञान मिलेगा।
फूलों की खेती करने को,
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा ।।
दीप बुझे है,
जिन आंखों के;
इन आंखों को ज्ञान मिलेगा ।
विधा की खेती करने को,
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा ।।
मैं कहता हूं,
फिर कहता हूं;
हमको तुमको ज्ञान मिलेगा ।
मोरों सा नर्तन को,
पूरा हिंदुस्तान मिलेगा ।।