तेरे हाथ में जो खत है वो किसका है?
छुपाया है किसी दोस्त से तूने...
या बता दिया सबको कि तू पहले से उसका है
मेरे दिल की धड़कन के रोग का...
क्या तेरे पास कोई नुस्खा है?
खा लिया है तूने मेरे दिल के चैन को...
क्या अब भी तेरे जिस्म का कोई कोना भूखा है?
दर्द बहुत दिया है मेरे जिस्म को तेरी बेवफाई ने...
क्या तेरा भी दिल मेरी हालत देख कर कभी दुखा है?
बहा दिए हैं आँसू मैंने सारे तेरी जुदाई में...
क्या तेरा रुमाल अभी तक सूखा है?
कोई भी दुआ क़बूल नहीं हुई एक अरसे से मेरी
क्या तेरा भी रब तुझसे रूठा है?
क्या तेरा भी रब तुझसे रूठा है?