साहब कैसी अजीब ये बात है..मर्दों के साथ चलती मर्दों की ही बारात है|औरत को अगर बचानी अपनी अस्मत-ए-तारतार है|तो मर्दों की महफिल में मर्दों से बचने के लिए औरत के साथ होनी चाहिए...एक मर्द जात है||साहब कैसी ये अजीब बात है...