सीरत की सुंदरता देखना पहले सदा,
सीरत सबसे अच्छी हो सही तो सदा।
आतंरिक सुंदरता मायने रखती है ना,
पर ज़्यादा बाहरी मायने रखती सदा।
सीरत का अच्छा होना ज़रूरी बहुत,
सबसे ज़्यादा ज़रूरी अब सच बहुत।
चार दिन की सुंदरता काम ना आनी,
सीरत हमेशा ही काम आनी है बहुत।
सीरत का मतलब मधुर स्वभाव सदा,
सीरत का मतलब सुंदर व्यक्तित्व भी।
आदतें और दूसरों के प्रति ये व्यवहार,
दया व करुणा से मोहे वो व्यवहार हो।