Photo by Kevin Butz on Unsplash

क्या होता यदि यह सब न होते ???
डॉक्टर ,न होते तो क्या होता?
बीमार हुए ,तो इलाज करने के लिए कौन होता ?
लिख कर देते दवाइयां वो जो,
दवाईयां ही न होती तो क्या होता?
चोट लगी तो मरहम- पट्टी ,डेटॉल लेते कहाँ से ?
अगर दवाइयों की दुकान न होती?
किसान अगर होते नहीं तो, अन्न कौन उगाते?
सब्जी न ले पाते ,अगर सब्जीवाले न होते।
बाल बड़े हो जाते ,अगर नाई न होते ।
पार्लर न होते तो श्रृंगार कैसे कर पाते?
धोबी न होते तो कपड़े कैसे धुलते?
कपड़ों को ड्राई क्लीन कर हम बाहर कैसे जाते।
इंजीनियर न होते तो ,
सुंदर घर की योजना कैसे बना पाते ?
इमारत न बन पाती,
यदि इमारत बनाने वाले कर्मचारी न होते।
कैसे बनते पंखे ,टीवी, मोबाइल, फ्रिज ?
किंतु विद्युत कर्मी न होते तो ,
यह सब काम कैसे आते ।
पैदल हर कहीं जाना पड़ता अगर वाहन न बनते।
सुरक्षित महसूस कैसे कर पाते ,
अगर पुलिस और सैनिक तैनात न होते?
देश कैसे चलता अगर सरकार और लोक सेवक कर्मचारी न होते?
चिट्ठी कैसे भेज पाते, अगर डाकिया न होते?
कुम्हार न होते तो, मटके का पानी पी ना पाते,
यदि मिट्टी ही न होती तो, मटके भी ना बन पाते।
बागों में फल ,फूल कैसे बचते ,
यदि देखभाल के लिए माली न होते?
घर और परिसर प्रदुषित रह जाते,
यदि सफाई कर्मचारी न होते।
जीवन में आगे कैसे बढ़ते ,यदि शिक्षक ही न होते।
कैस रखते पैसों को सुरक्षित; यदि बैंक न होते?
कैसे सीखते संस्कार और परंपरा,
यदि दादीजी – दादाजी, नानीजी- नानाजी न होते ।
प्रेम और हिम्मत कौन देते ,
यदि माताजी और पिताजी न होते।
हँसी ,खुशी,ठहाके करते किसके साथ यदि मित्र न होते?
और भी न जाने
कितने लोग, वस्तुए ,सहायक कर्मचारी, पशु,
न होते तो क्या होता ?
कैसे बन पाती सारी वस्तुएँ?
कैसे होता हर कुछ ?
यदि इंसान ही न होते?
प्रश्न यह भी कि यदि पृथ्वी न होती?
तो हम सब कैसे होते?
यह संसार कैसे होता ,
यदि भगवानजी न होते ।
शायद यह कविता कभी न पूरी हो पाए,
हमारे जीवन में प्रत्येक छोटे से कण से,
हर कोई ,हर क्षण तक,
हम से अलग स्वरूप में जुड़कर
हमारी सहायता में है
इसलिए उन सभी को धन्यवाद !!!

.    .    .

Discus