कुछ गम होंगे, कुछ खुशियाँ होंगी;
कुछ पाने के लिए कुछ खोने की जरूरत भी होगी;
कभी हार, तो कभी जीत होगी;
चले हम अपनी राह पर,
भयभीत नहीं अकेले होने पर;
कही गिरेंगे, कही निराशा होगी, तो कही उदासी ;
लेकिन फिर उठकर कुछ करने की खुशी होगी,
और इस कोशिश की बात ही कुछ अलग होगी;
कभी डर होगा ,कभी अंधकार होगा;
लेकिन हौसले से भरे एक कदम से हर तरफ उजियारा होगा;
और तब भी;
इस कोशिश की बात ही कुछ अलग होगी।