कंकड़ पत्थर मोती मोती,अंधकार मे दीप की ज्योति,
करे दिवाली जगमग जगमग,हृदय भरें यूँ प्रेम सी ज्योति, खुशियाँ सारे मन में होती, अंगारों मे आश की ज्योति, संकट ,कष्ट ,निराश मे ज्योति, आस्था व विश्वास की ज्योति !!
ज्योति अंध विश्वास मे खोती, अँधेरा गुरु प्रकाश है ज्योति, लोभ, क्रोध में जीवन रोती , करे ये जीवन जगमग ज्योति, ज्योति से ज्योति जलाये बाती, अंधकार मिटाये ज्योति, शांति,हर्ष,उत्कर्ष की ज्योति, जगमग जगमग जीवन ज्योति !!
उलझे को सुलझाए ज्योति, भटके को राह दिखाये ज्योति, संघर्ष, युद्ध मशाल की ज्योति, शोषण मुक्त विधान की ज्योति, दीप प्रज्ज्वलित कर चमके ज्योति, सत्य -ज्ञान- विज्ञान की ज्योति, जीवन के अरमान की ज्योति, जगमग जीवन हीरा - मोती !!