Photo by Ayo Ogunseinde on Unsplash
तुम्हारी आंखे क्यों लाल है क्या तुमने सुरमा/ काजल लगाया है. जुल्फे तो ऐसे लहरा रही है जैसे की अभी अभी हवा का कोई झोका टकराया है.
किरदार बदलती रहती हर एक अदा कितनो को मार के इस ने सुलाया है
ये आंखे क्या अक्सर यु लाल रहती है या फिर सुरमे का कोई बहाना बनाया है.
हावय तो यूही बदनाम है शायद जुल्फों मै कन्डिसनऱ ज्यादा समाया है.
तुम्हारी आंखे क्यों लाल है क्या तुमने सुरमा/काजल लगाया है.
कोई सोते हुऐ जगता है और कोई जागते हुऐ सोता है ऐसा कई पैगाम ना जाने कितनो को सुनाया है.
आते जाते यहाँ वहां मैंने सुना है की अभी अभी अस्पताल से कोई (रिकवर)वापस आया है.
तुम्हारी आंखे क्यों लाल है क्या तुमने सुरमा लगाया है!
जब कुछ फिजूल की बाते कभी कही पर सच लगती
ऐसा सुना है मैने कई बार इसने हॅस कर जहर थमाया है
तुम्हारी आंखे क्यों लाल है..
हर वक़्त करवट बदलती दुनिया अपने जज़्बातो को हमने कुछ यूह फ़रमाया है.
तुम्हारी आंखे क्यों लाल है क्या तुमने सुरमा/काजल लगाया है!