सुबह सुबह नित्य करें माता पिता को चरण प्रणाम,
फिर गुरुवर का ध्यान कर, भजें राम का नाम,
यह महिमा हम देख लें सारे, होंगे अच्छे परिणाम,
सफल निखर हो आप बढ़ेंगे, मिट जायेंगे दुष्परिणाम,
हर ओर खुशी मिलेगी सबको, बनेंगे सारे काम,
बातें अच्छी- सच्ची लगे तो जपो राम का नाम,
पुण्य, मोक्ष सब यहीं मिलेगा, श्री राम जय जय राम,
मन पवित्र, तन पवित्र कर लो, करो राम गुणगान,
तुम्ही बाल्मीकि, तुम ही संत हो तुलसी दास,
स्वयं को जानो, खुद पहचानो, बनो राम के दास,
मिठी बोली, प्यारी भाषा, स्वच्छ हृदय से करोगे जब अरदास,
राम प्रकट हो आशीष देंगे ऐसा करो विश्वास,
आस्था जितनी बढ़ती जाए, सफल हों सब प्रयास,
राम नाम का जप तप कर लो, उसमे बैकुंठ समाया,
साथ नही कुछ जाने वाला , मोह, लोभ,यह अहं की माया,
जीवन की यह काली काया, किसका अंत निभाया ,
स्वच्छ आचरण, पवित्र चिंतन, जन सेवा ही सब को भाया,
मानवता ही सच्ची सेवा, बसें वहीं श्री राम,
तुम्ही महात्मा, तुम ही दार्शनिक तुममे ही हैं श्री राम,
परोपकार करते ही मिलेंगे प्रभु जी अपने धाम,
बसा लो हृदय हैं मेरे राम, दर्शन देंगे सब को राम,
सत्य सनातन की जय हो, जयकारा हो जय सिया राम,
कुछ तो दया करो उपकार, दर्शन दे दो मेरे राम
दुनिया कर रही त्राहिमाम, बना दें सबके बिगड़े काम,
हर लो संकट, कष्ट तमाम, मेरे प्यारे भगवन राम !