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सबके ये भोला, सच मुच मे भोला हैं,
शिव शंकर भोला हैं, ये कण कण मे भोला हैं,
कंकड़ के भोला हैं, पत्थर मे भोला हैं,
गंगा के भोला हैं, मिट्टी के भोला हैं,
ये भोले के भोला हैं, फरिस्तों का चोला हैं,
ये ओले मे भोला हैं, ये शोले मे भोला हैं,
बम बम ये भोला हैं,जटाओं मे गंगा, शीतल चंद्रमा हैं,
त्रिशुल और डमरू ले बैठे ,ये भोला हैं,
व्यंजन हैं फल सारे, खाते ये केला हैं,
प्रकृति के पालक, हरियाली मे भोला हैं,
शिव शंकर भोला हैं,भैरव भी भोला हैं,
महाकाल के भोला हैं,भोला ही भोला हैं,
चिंतन मे भोला हैं,विचारों मे भोला हैं,
मेरे भी भोला हैं, तेरे भी भोला हैं,
जग मे ये भोला हैं,जग के ये भोला हैं,
आबा भी भोला हैं, बाबा ये भोला हैं,
भंगिया निराली है,पीते भी भोला हैं,
भोले का गोला हैं , भोला मे भोला हैं !
काशी विश्वनाथ के शंकर ये भोला हैं,
उज्जैन के महाकाल बिल्कुल अकेला हैं,
कलकत्ता में भूतनाथ बन बैठे ये भोला हैं,
देवघर के बैजनाथ बोल बम के मेला हैं.
बासुकीनाथ मे स्वयं भोला के चेला हैं,
केदारनाथ के बर्फ़ों के शिव गोला हैं,
बद्रीनाथ के जल प्रलय भूकंप के खेला हैं,
सोमनाथ लूट लूट के बने हरफनमौला हैं,
नासिक के बाबा ये पूरा मस्त मौला हैं
सेतु समुद्रम् के बाबा सागर तट पर रामेश्वरम के बम बम भोला हैं,
औघड़ हैं, दानी हैं,अर्ध नारेश्वर रखते अद्भुत सँपोला हैं,
सच्चे ये भोला, अच्छे ये भोला, दुनिया में सबसे ही अच्छे ये भोला हैं !!