सही क्या है? जो ग़लत से बेहतर हो,
गलत क्या है? जिसे सही साबित ना किया जा सके...
सवाल क्या है?, जिसका जवाब मुश्किल हो,
जवाब क्या है? जो सवाल ना बनने दे,
रोक किसे सकते हैं? जिसकी उम्मीद तोड दी जाये,
उम्मीद क्या है? जो हर मुश्किल तोड़ निकल जाए,
किसे मुश्किल कहोगे? जिसको हर कोई ना कर सके,
और आसान की परिभाषा? जिसके होने से भी कोई काम ना हो सके,
काम का होना? कुछ और करने की चाह,
हर बात पर रोना? काम से भागने की राह,
हार क्या है? जब हाथ में मन-चाहा ना हो,
और जीत किसे कहोगे? जब ज़रुरतों से ऊपर तुमने सुकून पा लिया हो।।