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दिल के करीब रहने वाले दूर हो गए 
हालत न जाने कब इतने मजबूर हो गए ।
अभी तो बहुत कुछ होना बाकी है जिंदगी में 
पर हम तो इतने में ही चूर-चूर हो गए ।

फुरसत मिले जो गैरो से तो इस दिल का भी हाल सुनो 
कहना चाहता है क्या तुम्हे इसकी भी फरियाद सुनो।
गैरो से अच्छे होते है अपने इससे न अनजान बनो
जानते हो ये सच तुम भी तो बेवजह न ये ख्वाब बूनो।

जिंदगी भर साथ रहने की कसम खाई थी तुमने 
पर अब दूरियां दिख रही है
तुम्हारी इन आंखों में मुझे हजारों मजबूरियां दिख रही है।
कह नही पाएंगे कभी ये सब जुबान से तुम्हे 
जानना चाहो तो पढ़ लेना क्या मेरी आंखें कह रही है।

याद रखना इस दिल को बस तेरी ही आस है 
इस दिल की धड़कनों की चाभी भी तेरे ही पास है।
महसूस करना इन लब्जो में मुझे तुम
अगर तुम्हारे दिल में भी हम गरीबों के लिए एहसास है।

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