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जब पूरा विश्व कोरोना वायरस से लड़ रहा था, जिसमे हमारा देश भारत भी शामिल था। 2020 तक हमारे देश में कोरोना की लहर चल पड़ी थी। जिसमे हमारा संपूर्ण देश झेल रहा था। सभी को घर में रहने की कड़ी चेतावनी थी। लेकिन उस लहर में हमारे देश के वीर सिपाही राज्यों और राष्ट्र की रक्षा के लिए तैनात थे, साथ ही साथ हमारे देश के वीर डॉक्टर्स दवा और वैक्सीन बनाने के दिन रात मेहनत कर रहे थे। उस समय सबसे ज्यादा सोशल मीडिया पर लोग घर में ज्यादातर समय बिताते थे और रात में रामायण देख कर खुद को उत्साहित करते थे। इंस्टाग्राम पर अमन जो आरा जो को बिहार के भोजपुर जिले का एक शहर है वहा से चला रहा था, ठीक उसी समय सूरत जो की भारत के गुजरात राज्य का एक शहर है वहा से प्रिया भी चलाती थी। दोनो की उसी सोशल मीडिया एप पर मुलाकात हुई और बातचीत शुरू हुआ। धीरे धीरे वो अच्छे दोस्त बन गए , एक साल बाद 2021 में सब दोनो के कॉलेज शुरू हो गए जो की बंद थे कोरोना की वजह से तो दोनो सिर्फ रात में बातें करते और अपनी भविष्य की योजना बनाते , जिसमे हर रोज एक नई कहानी हुआ करती थी। ऐसे कई साल बीत गए , 4 साल हो चुके थे अब दोनो इंस्टाग्राम बंद कर चुके थे और अब दोनो के पास एक दूसरे का नंबर था , जिससे अब बाते कॉल पर हो रही थी। अमन के घर में बता चुका था प्रिया के बारे में लेकिन प्रिया डर रही थी अपने घर में बताने से , अचानक एक रात दोनो को बात करते प्रिया के चाचा उसे पकड़ लेते है, अगले ही दिन प्रिया का मोबाइल फोन उससे ले लिया जाता है और उसके घरवाले उसके लिए लड़का देखने लगते है। इधर दूर अमन प्रिया का इंतेजार करता है, प्रिया की जबरदस्ती शादी तय करने की वजह से प्रिया आत्महत्या को चुनती है। 2 साल तक जब प्रिया का कुछ पता नहीं चलता तो अमन घबरा जाता है उससे रहा नही जाता। खैर ये पहली बार नही था जब उन दोनो की बात बंद हुई हो इससे पहले भी 2022 में प्रिया के भईया उसे पकड़े थे लेकिन फिर उसके बिनती करने से की वो घर में किसी को न बताए वो दुबारा उससे बात भी करेगी , ये सुन कर उसके भईया मान जाते है और घर में नही बताते। लेकिन 3 महीने बाद ही जैसे घर में सब ठीक हो गया तो प्रिया वापस आ गई थी। इस बार भी अमन को लगा की वो वापस आ जायेगी। लेकिन 2 साल बाद जब अमन गुजरात प्रिया के बारे में पता करता है और उसके दोस्तों से पूछता है तो सच सुन कर उसके पैरों तले मानो जमीन ही खिसक जाती है। माता पिता की ऐसी निर्दयता को सुन कर अमन वापस अपने शहर आता है। और खूब रोता है, और फिर 1 साल की कड़ी मेहनत के बाद वो एक अच्छा व्यापार शुरू करता है , उसे व्यापार में अच्छा मुनाफा होता है और वो भूत पैसे और नाम कमाता है। जब पैसे आते है तो अमन प्रिया के घरवालों पर पुलिस रिपोर्ट करता है की उनलोगो ने प्रिया की हत्या की है, भारतीय कानून का धारा 302 के तहत प्रिया के माता पिता ,उसके चाचा और उसके भईया पर केस दर्ज होता है, और वो जेल में जाते है। कोर्ट में मामला पहुंचने पर अमन एक अच्छा वकील करता है जो उसे केस जीता देता है और उन सभी को आजीवन कारावास की कठोर सजा सुनाई जाती है। अमन अपनी पूरी जिंदगी प्रिया की यादों के सहारे गुजारता है। फिर 5 साल बाद वो एक लड़के और लड़की को गोद लेता है और उन दोनो को उनकी मम्मी का नाम देता है प्रिया। और खुद पापा का नाम देता है। वो प्रिया को भूत याद करता है , आगे की कहानी अगले खंड में.......