आयुष एक 6 वर्ष की आयु का बच्चा है, जो प्रिया और अमन का इकलौता बेटा है। अमन (आयुष के पिता) बिहार पुलिस कांस्टेबल की ड्यूटी करते है। प्रिया (आयुष की मां) एक कुशल गृहणी है।
दिन सोमवार की रात अमन ड्यूटी से घर आते है , मुंह से शराब की बदबू को छुपाने के लिए गुटका चबाते हुए घर आए, कपड़े बदले , मुंह धोया , गुटके को थूका ,और अपने बेटे के पास गए,और उसे प्यार से चुम्मा लिया । उधर प्रिया खाना बना रही थी , चावल , दो सब्जी, रोटी , और आज तो सलाद भी कटेगा, पापड़ भी सेका गया , ये प्यार पति के लिए।
आयुष के नाक में अचानक से एक अलग तरह की सुगंध मिला जो उसने इससे पहले कभी नही सूंघा था , उसे कुछ समझ नही आ रहा था । उसने अपने पिता से कहा पापा आपके मुंह से बदबू आ रही है , छी।
प्रिया समझ गई ,उसे बहुत गुस्सा आया , अब खाना गुस्से में बन रहा था, पापड़ रद्द हो गया , अब सिर्फ रोटी सब्जी और चावल बस यही मिला खाने को , और रात में प्रिया ने सुनाया, अमन ने माफी मांगा, लेकिन प्रिया ने पास आने से मना कर दिया ,और आयुष आज मम्मी और पापा के बीच में सोकर बहुत खुश था।
लेकिन अमन अपने आदत को छोड़ नही पाया, और ये हर छुट्टी की कहानी हो गया, आयुष को अब उस खुशबू की आदत हो चुकी थी, इसीलिए अब उसे इतना फर्क nhi पड़ता था और उसने पूछना भी बंद कर दिया।
15 वर्ष बीत गए , अमन की किडनी खराब हो गई और वो अब 55 वर्ष का हो चुका है और उसने पीना छोड़ दिया है, प्रिया के जीवन में कोई बदलाव नहीं आया है, वो अब भी उसके लिए उतने ही प्यार से खाना बनाती है और एक कुशल गृहणी है। आयुष अब कॉलेज में पढ़ता है, मम्मी पापा से दूर और अपने दोस्तों के साथ। अब उसकी सुबह सामने की चाय के दुकान पर से एक चाय और सिगरेट से शुरू होती है और रात दारू में खत्म होती है ।
वैसे 15 वर्ष बाद अमन 55 का तो हो गया है लेकिन अब वो 21 वर्ष की आयु वाला आयुष है।