Source: pexels.com

मुझे आज भी याद है कि हमारा बचपन खेलने में बीता है, मिट्टी में खेलते हुए बचपन का गुजरना। उस समय मिट्टी और प्रकृति बिल्कुल शुद्ध थी।

लेकिन आज प्रकृति बहुत बदल गई है, न तो हवा शुद्ध है और न ही मिट्टी। यदि कोई बच्चा मिट्टी में खेलने लगता है , तो त्वचा में संक्रमण होता है। हमारी धरती और पर्यावरण भी बहुत प्रदूषित हो गई हैं।

पानी के स्रोत सूख रहे हैं। ओजोन परत में ध्रुवीकरण और छिद्रों के कारण ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है। हर जगह कचरा फैल रहा है, जिसके कारण वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। और हमारी बीमारियो की गति भी लगातार बढ़ रही है, दमा, सांस टीबी संबंधी आदि।

हरियाली को पृथ्वी की जड़ से जोड़ना आवश्यक है। पृथ्वी को हरा भरा रखें। पर्यावरण को प्रदूषण से मुक्त रखें। ताकि खुले में शुद्ध सांसे और पर्याप्त आक्सीजन मिले।

इससे पृथ्वी में सुधार होगा और हम भी खुश रहेंगे.


Discus