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आओ, सुनो, जानो सभी इक बात पते की बताता हूं ।
भारतमाता का बेटा हूं मैं, भारत माता से परिचय करवाता हूं ।।
भारत माता का क्या कहना यारों, इनकी बात निराली है ।
जैसे प्यारा नाम है इनका,ये उतनी ही शक्तिशाली है।।
वेद पुराण है शान यहां की, एकता, अखंडता यहां का नारा है ।
बस जाए हम चाहे कही भी, पर हिंदुस्तान सबसे प्यारा है ।।
हमने ही शून्य दिया विश्व को, शल्य चिकित्सा से रूबरू करवाया हमने ।
भगवद पाठ सिखाया यहां, सौर परिवार का उल्लेख किया हमने ।।
विष्णु जन्मे इसी धरती पर, आए यहां मर्यादा पुरुषोत्तम राम ।
बुद्ध आए, जैन आए, यहीं आए श्रीराधेश्याम ।।
ये मिट्टी है रंगों भरी, शहीदों ने अपने लहू से इसे सींचा है ।
कश्मीर हो या कन्याकुमारी, इस जमी की एक ही रेखा है ।।
हिमालय इसका टीका है, तो गंगा गलमाला है ।
नदियां, दर्रे, झील, पठार, सबने मिलकर इस सजाया है ।।
बोली अलग भाषा अलग, अलग -अलग है धर्म यहां ।
सब मिलकर साथ रहते, है विश्व मेबेस्का लोकतंत्र कहां ।।
ये तो है इसी माटी, जिसके गुणगान कभी खत्म न हो ।
अगला जन्म होना हो गर, परमात्मा करे हैं बस यहीं पर हो ।।