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जीतना चाहता है हर शख्स यहां
न जाने किस बात से है मजबूर
भाग रहा है सफलता पाने को
पर मेहनत को न मंजूर
छूना चाहते हो आसमाँ त़ो
चखना हार का मजा जरुर

हार के मायने खुद मे खास है
मेहनत की हर सांस मे आस है
नया अनुभव नया सबक
नई जीत का अलग है गुरूर
जिदगीं से हटकर चाहते हो कुछ
तो चखना हार का मजा जरूर

हारोगे तो भी मेहनत की पहचान होगी
अपनो और परायों की इम्तिहां होगी
सच्चा रिश्ता उभर कर सामने आएगा
झूठा दिलासा दूर से हाथ हिलाएगा
हाथ थामेगा कोई
कोई हाथ छोड़ जाएगा
मुश्किल के दौर मे वो
सच्चा साथी कहा जाएगा

दोनो साथ लेकर चलो तो सही
फिर देखना
रूख बदलेगा
कारवाँ बदलेगा
तेरे प्रति दुनिया की सोच
नजरिया भी बदलेगा
गर हो शिद्दत मकस्द मे
चखना हार का मजा जरुर

जमी से आसमाँ का सफर भी तय होगा
जहाँ मे तेरी जीत का इंतजार भी होगा
तेेेरी जीत का जश्न भी होगा
साक्षी तेरी मेहनत का ये ब्रह्मांड भी होगा
हार का तोहफा कबूल जिस दिन ये होगा

चाहत रखते हो कुछ ऐसी तो
न करना हार को न मंजूर
सफतला के द्वार से पहले
आना असफलता की गली जरुर
जिदंगी की जीत से पहले
चखना हार का मजा जरूर

कुबार्नी होती है हार में
होता है अलग सा जुनून
तुम थक कर निराशावादी न होना
हार की बाद की जीत मे है बड़ा सुकुन
जीत के जश्न से पहले
जीना हार कर जरुर
छूना चाहते हो आसमाँ त़ो
चखना हार का मजा जरुर।।

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