बिटिया खुशियाँ लेकर आई , आज अपने घरद्वारे,
दिव्य कृपा से महक उठे सब, जीवन के गलियारे !
आये सुख के क्षण अनियारे !!
ऐसा परम आनन्द मिला है, बिटिया के आने से,
अपना भी सौभाग्य जगा इस, लक्ष्मी के पाने से,
प्रभु ऐसी सुख अनुभूति हेतु, हम हैं ऋणी तुम्हारे !
दिव्य कृपा से महक उठे, सब जीवन के गलियारे !
आये सुख के क्षण अनियारे !!
मन्त्र मुग्ध से परिवारी जन, खुशियाँ अपरम्पार,
नत मस्तक ईश्वर के सम्मुख, सारे देखो बारम्बार,
उस का ही उपकार समझते, परिवारी जन सारे !
दिव्य कृपा से महक उठे, सब जीवन के गलियारे !
आये सुख के क्षण अनियारे !!
मोहक मन की सुन्दरता हो, ज्ञान सुरभि से महके,
घर आँगन में चप्पे चप्पे, खुशियों के संग चहके,
दुनियां भर की सुख समृध्धि, चूमे चरण तुम्हारे !
दिव्य कृपा से महक उठे, सब जीवन के गलियारे !
आये सुख के क्षण अनियारे !!