Image by Nicolette from Pixabay
बजट की हर टीवी चैनल पर चर्चा है,
पहले ही मुश्किल से चलता घर का खर्चा है,
फिर भी सरकार ने और टैक्स लगाकर बढ़ाई मंहगाई,
हर घर की सुख, शान्ति और अर्थ व्यवस्था चरमराई!
सभी विपक्षी पार्टियों की महिला विंग्स ने,
महिला दिवस पर आपातकालीन बैठक बुलाई,
एक मत से सभी ने मोदी सरकार के विरोध में,
निम्न मांग उठाई-
“ बहनो! अभी अपनी अपनी सहेलियों को,
एस एम् एस करो, व्हाट्सएप्प पर मैसेज भेजो,
फेसबुक, ट्विटर पर डालो,
रिक्वेस्ट करो इसे ज्यादा से ज्यादा आगे फॉरवर्ड करें,
ज्यादा से ज्यादा शेयर करें
निम्न शपथ लें और पालन करें-
" हम सभी शपथ लेतीं हैं कि-
जब तक मोदी जी बजट में यह प्रस्ताव नहीं लायेंगे कि -
इस महिला दिवस से, महिलाओं के सभी शॉपिंग,
ब्यूटी पार्लर और रेस्टोरेंट्स के बिल्स,
सरकारी खजाने से चुकाए जायेंगे,
और स्वर्ण, डायमंड की ज्वेल्लरी की कीमत का आधा,
सरकारी अनुदान (सब्सिडी) से दिलायेंगे,
तब तक हम अपने बेलनों को,
कदापि हाथ नहीं लगायेंगे।
यदि दो दिन में सरकार की तरफ से,
कोई सकारात्मक संकेत नहीं आते हैं,
तो हम वित्त मन्त्री और प्रधान मन्त्री को ही,
पद से हटाने की मुहिम चलाते हैं।“
जब भूखे प्यासे पति दफ्तरों में जायेंगे,
बेचारे कितनी फाइल निबटा पायेंगे,
कुछ चक्कर खाकर गिरेंगे,
कुछ बेहोश हो जायेंगे,
शेष बचे कर्मचारी,
मोदी जी पर प्रेशर बनायेंगे-
"अरे मोदीजी मान भी जाओ,
आपको नहीं मालूम ये महिलायें बहुत जुल्मी,
और हठीली होतीं हैं,
बेहतर यही है इनकी सभी मांगें मान लो,
नहीं तो लेने के देने पड जायेंगे।“