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क्या मेरी मां ऊपर है
चंद्रयान तुम ज़रा बताना
बूढ़ी थी कम चलती थी
ठीक तो है जरा बताना

कहना हमने जीना सीखा
सीखा हमनेआंसू छुपाना
सब मिल कर बातें करते
चिंतित न हो उसे समझाना

घर उसका है पहले जैसा
लेकिन बहुत है सूना सूना
लोग आते हैं तो चले जाते
ढूंढे उसको कर सौ बहाना

पूछना क्या मिले बाबूजी
हर दम ध्यान लगाती थी
रही न थी बिन उनके कभी
"विक्रम" तुम जल्दी बताना

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