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सार्स-कोव-2 के नाम से जाना जाने वाला ये वायरस, जिसने दुनियाभर के लोगों को परेशान कर रखा हैं, लगातार म्यूटेट हो रहा है. दिल्ली के एम्स में कोविड सेन्टर के हेड डॉ राजेश मल्होत्रा के मुताबिक जब से कोरोना वायरस आया है तब से चार हजार बार म्यूटेट कर चुका है. म्यूटेट होने का मतलब है जीन के डीएनए में कोई स्थाई परिवर्तन होना. यानी कोविड -19 का साइंस लगातार बदल रहा है और वैज्ञानिक लगातार इस पर नज़र बनाए हुए हैं. अभी हाल ही में ब्रिटेन में कोरोना वायरस का स्ट्रेन मिला है. वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के इस नये स्ट्रेन को VUI-202012/01 नाम दिया है. 

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नई स्ट्रेन के चलते ब्रिटेन में कोरोना के केसों की वजह से ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने लंदन और आसपास के इलाकों में लॉकडाउन को आगे बढ़ाने की घोषणा की है. साथ ही प्रधानमंत्री जॉनसन ने आशंका जताई है कि वायरस का नया स्ट्रेन 70 प्रतिशत ज्यादा खतरनाक हो सकता है. अब सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि क्या ये म्यूटेशन वायरस को और ज़्यादा ख़तरनाक और जानलेवा बना सकता है? क्या जिन वैक्सीन से हम उम्मीद लगाए बैठे हैं, वो कारगर साबित होंगे या उसके फेल होने का खतरा है? 

बता दें कि दुनिया भर के लोग अगले साल 2021 में वैक्सीन आने की उम्मीद में है. लोग टकटकी लगाये बैठे हैं कि जल्दी से इस वायरस का कोई वैक्सीन विकसित हो जाए और महामारी से राहत मिले. हमारे देश भारत मे भी 3 कंपनियों ने अपनी वैक्सीन के इमरजेंसी अप्रूवल के लिए DCGI के पास आवेदन कर रखा है. लोगों को इसमें उम्मीद की एक किरण दिखाई दे रही है. लेकिन जैसे ही ब्रिटेन में वायरस के नए स्ट्रेन मिलने की खबर आई पूरी दुनिया में फिर से हाहाकार मच गया है.

क्या है एक्सपर्ट्स की राय?

एक्सपर्ट्स के मुताबिक संभावित खतरे इस बात पर निर्भर करते हैं कि वायरस के नये स्ट्रेन के जीनोम की संरचना कितनी चेंज हुई है? क्योंकि अगर उसके जीन में बदलाव होता है तो वैक्सीन के सफल होने के चांसेज कम जाएंगे. परंतु अभी तक कोरोना वायरस के जितने भी नए रूप मिले है, उनके जीन की संरचना में कोई बदलाव नहीं देखा गया है. सीएसआईआर(CSIR) के डायरेक्टर डॉ शेखर मांडे का कहना है कि वायरस की स्ट्रेन बदलने की वजह से वैक्सीन पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा क्योंकि कोरोना वायरस के म्यूटेशन की वजह से सिर्फ प्रोटीन सीक्वेंस में ही बदलाव होने की उम्मीद है, जीनोम में नहीं. साथ ही डॉ. मांडे के अनुसार कोरोना की वैक्सीन वायरस के किसी भी स्ट्रेन पर बराबर असर करेगी और कामयाब रहेगी.

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