इंटरनेट की वजह से इनफार्मेशन प्राप्त करना बहुत आसान हो गया है. हमें जिस बारे में सूचना चाहिए होता है, इंटरनेट पर सर्च करते है और चंद सेकंडों में रिलेवेंट रिजल्ट हमारे सामने होती है. परन्तु आपने कभी ये सोचा है कि हमारे लिये वो सारी जानकारी कौन खोज कर लाता है? तो हम आपको बता दें कि इंटरनेट जैसे समुंदर में से मोती रूपी जरूरी सूचना खोजने का जरिया बनता है सर्च इंजन. क्योंकि इंटरनेट पर किसी भी जानकारी को निकालने के लिए हमे एक माध्यम की जरुरत पड़ती है, तो आइए पहले सर्च इंजन क्या है(What is Search Engine) इसे समझते है.

सर्च इंजन क्या है (Search Engine Definition in Hindi)

यह एक खास सॉफ्टवेयर प्रोगाम है. यह इंटरनेट पर उपलब्ध सूचनाओं के असीमीत भडांर में से यूजर के लिए रिलेवेंट इनफार्मेशन को सर्च करता है. यह अपनी खोज किसी खास कीवर्ड की सहायता से करता है. सर्च इंजन वेबसाइट लिंक, इमेज और वीडियो के रूप में हमे जो रिजल्ट शो करता है उसे Search engine result page (SERP) कहते है.

कुल मिलाकर सर्च इंजन द्वारा हम इंटरनेट के माध्यम से ऐक्सेस कर पाते है. यह यूजर की क्वेरी के आधार पर इनफार्मेशन डेटाबेस से उस जानकरी को खोजता है और अपनी अल्गोरिद्म का इस्तेमाल करके हमारे सामने ऐसे रिजल्ट रखता है. जिनमें हमारे सवालों के सटीक जवाब मिल पाए.

वास्तविकता ये है कि इंटरनेट हमारी ज़िंदगी का अनिवार्य हिस्सा बन गया है. और सर्च इंजन इंटरनेट की रीढ़ की हड्डी है. आप इंटरनेट पर मौजूद हर जानकारी तक सर्च इंजन के माध्यम द्वारा ही पहुंच सकते है. अब आगे हम आपको कुछ पाप्युलर सर्च इंजन और इसके कार्य पद्धति के बारे में बताते है.

लोकप्रिय सर्च इंजन(Popular search engine)

आज के समय मे वैसे तो बहुत सारे सर्च इंजन मौजूद है जैसे Google, Yahoo, Bing, Baidu, Yandex इत्यादि लेक़िन जो सबसे ज़्यादा पाप्युलर सर्च इंजन हैं वो है Google. गूगल में हर सकेंड लगभग 63000 सर्चेज होती है. जरा सोचिये प्रति सेकंड इतनी बार सर्च किया जाता है, तो रोज और पूरे साल की संख्या क्या होगी! इसकी शुरुवात 1997 में अमेरिकन कंप्यूटर साइंटिस्‍ट Larry Page और Sergey Brin ने की थी. आपको बता दें कि सर्च इंजन मार्केट शेयर का लगभग 93 फीसदी हिस्सा है गूगल के पास ही है.

सर्च इंजन कैसे काम करता है(How Search Engines Work in Hindi)

सबसे इंटरेस्टिंग पहलू जिसे हर कोई जानना चाहता है कि आखिर ये सर्च इंजन काम कैसे करते है? जब भी हम कोई कीवर्ड सर्च बॉक्स में लिखकर सर्च करते है, तो यह कैसे हमें सटीक रिजल्ट शो कर देता है. आपको बता दें कि फाइनली हमें जो रीट्रीव्ड इनफार्मेशन मिलता है उस प्रोसेस में तीन स्टेप्स इन्वाल्व है. जिसमे Crawling, Indexing और Ranking & Retrieval शामिल है. चलिये इन तीनो के बारे में डिटेल से समझते है.

1) क्रॉलिंग(Crawling)

यह एक सर्च प्रोसेस है, जिसमे सर्च इंजन द्वारा किसी नई या पुरानी वेबसाइट को स्कैन किया जाता है. इस कार्य को करने के लिए रोबोट(Robot) क्रॉलर(crawler) और स्पाइडर(spider) भी कहते है का सहारा लिया जाता है. ये स्पाइडर्स किसी वेबसाइट के कंटेंट को उसके लिंक द्वारा खोजते है. इनका काम वेबसाइट स्केन करना और वेबसाइट के हर पेज के बारे में डिटेल इकट्ठा करना होता है.

स्पाइडर्स किसी वेब पेज के टाईटल, यूआरएल, इमेज, कीवर्ड को स्कैन कर यह पता लगाते है, कि वेब पेज किस बारे में है. अगर उस पेज में कई दूसरे वेब पेज के लिंक मिलते है, तो स्पाइडर उस लिंक की मदद से अगले पेज पर पहुंच कर उसे स्कैन करना शुरू कर देता है. ऐसे ही यह ऑटमैटिड बोट(Automated bot) लिंक के माध्यम से लाखों वेबपेज को स्कैन करते रहते है. विशेषज्ञ के मुताबिक Google crawler एक सेकंड में हजारों वेब पेजेज को स्कैन कर सकता है.

2) इंडेक्सिंग (Indexing)

एक बार जब क्रॉलर किसी वेब पेज को स्कैन कर लेते है. तब उसके बाद इंडेक्सिंग की प्रोसेस शुरू होती है. क्रॉलर किये गए डेटा को डेटाबेस में स्टोर किया जाता है. इस डेटाबेस सेंटर पर पर्याप्त मात्रा में सर्वर्स रखे गए होते है, जो क्रॉलर द्वारा बनाई जा रही वेब पेजेज की सभी कॉपिज को स्टोर करते है. वेब पेज के इस भंडार को इंडेक्स कहते है.

यही वो डेटा है, जो सर्च इंजन में जानकारी खोजने के दौरान आपको सर्च रिजल्ट के रूप में दिखाई देता है. यह डेटा और वेब पेजेज के मटीरीअल को व्यवस्थित करने की प्रकिया है. ताकि सर्च इंजन आपके सर्च क्वेरी के लिए रिलेवेंट रिजल्ट को तेजी से ढूंढ पाये.

3) रैंकिंग एवं रीट्रीवल (Ranking and Retrieval)

तीसरा और फाइनल स्टेप रैंकिंग(Ranking) है. इसके अंतर्गत सर्च इंजन हमारे द्वारा सर्च की गई क्वेरी की प्रासेसिंग करता है और ऐसे रिलेवेंट पेजेज हमारे सामने शो करता है, जिनमें हमारे सवाल का सही जवाब मिल पाए. जो वेब पेज हमे सर्च रिजल्ट में सबसे टॉप यानी ऊपर दिखाई पड़ते है वह सर्च इंजन के हिसाब से हमारी क्वेरी के लिए सबसे रिलेवेंट है.

अब यहां कौन रिलेवेंट है और कौन नहीं इसका पता सर्च इंजन कैसे लगाता है. वो ये कैसे निर्धारित करता है कि अमूक वेब पेज जो पहले नंबर में रैंक हुआ है वो अन्य से बेहतर है.

इसके लिये रैंकिंग अल्गोरिद्म(Ranking Algorithm) की मदद ली जाती है. प्रत्येक सर्च इंजन की एक अलग रैंकिंग मेथड होती है. सभी सर्च इंजन अपनी अल्गोरिद्म को सीक्रेट रखते है. ताकि कोई वेब क्रीऐटर उन अल्गोरिद्म का इस्तेमाल करके गलत तरीके से ऊपर न आये. लेकिन वेब क्रीऐटर SEO (Search engine optimization) का बेहतर इस्तेमाल करके अपने वेब पेज को अन्य से ऊपर लाने की फिराक में लगे रहते है. 

Read Also: SEO क्या है, ये वेबसाइट को कैसे लाभ पहुंचाता है?

Discus